दूल्हा-दुल्हन बन गए बड़े अधिकारी, फिर भी 500 रुपए में कर डाली शादी; क्या है वजह?
आखिर में परिवार वालों की सहमति से दोनों ने समाज को संदेश देने के मकसद से सादे तौर पर शादी करने का फैसला लिया. इसी के चलते शिवांगी और अनिकेत ने कोर्ट मैरिज की है.
धार : शादी समारोह के जरिए लोग अपनी हैसियत और संपन्नता का प्रदर्शन करते हैं. ऐसे में मध्य प्रदेश के धार जिले में एक प्रशासनिक अधिकारी और सेना के मेजर ने बगैर बैंड-बाजे के ब्याह रचाया. वह दोनों महज पांच सौ रुपये खर्च कर परिणय सूत्र में बंध गए.
500 रुपए के खर्च में कर ली शादी
कोरोना महामारी के कारण समारोहों के आयोजनों पर जहां रोक है, वहीं सीमित संख्या में लोगों की उपस्थिति भी तय की गई. धार में पदस्थ सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी जोशी का लगभग दो साल पहले सेना में मेजर अनिकेत चतुर्वेदी के साथ रिश्ता तय हो गया था. अनिकेत लद्दाख में तैनात हैं लेकिन कोरोना के कारण लगातार शादी टलती जा रही थी.
न बैंड-बाजा, न शहनाई फिर भी हुई शादी
आखिर में परिवार वालों की सहमति से दोनों ने समाज को संदेश देने के मकसद से सादे तौर पर शादी करने का फैसला लिया. इसी के चलते शिवांगी और अनिकेत ने कोर्ट मैरिज की है. शिवांगी और अनिकेत की शादी में न तो धूम धड़ाका था, न ही बैंड और शहनाई की धुन सुनाई दे रही थी और न ही लोग नाचते गाते नजर आए, मगर शादी समारोह संपन्न हो गया. नव दंपति को जिलाअधिकारी आलोक सिंह ने प्रमाण पत्र प्रदान किया.