अब आ चुकी है इमरान खान के जाने की बारी! विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतरे
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अब आ चुकी है इमरान खान के जाने की बारी! विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतरे

आर्थिक रूप से बदहाल पाकिस्तान (Pakistan) में इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है. विपक्षी दलों के साथ-साथ अब आम लोग भी सड़कों पर उतरने लगे हैं.

फाइल फोटो

इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ आवाम भी मैदान में उतर आया है. बुधवार को हजारों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतरकर सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. विभिन्न यूनियनों के नेतृत्व में किये गए इस विरोध-प्रदर्शन से एक बात साफ हो जाती है कि अब लोग इमरान खान से उकता गए हैं. 

  1. इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान में बढ़ रहा है गुस्सा 
  2. अब तक हर मोर्चे पर विफल रही है इमरान सरकार 
  3. बुधवार को हजारों की संख्या में लोगों ने किया प्रदर्शन

सरकारी कर्मियों का मार्च
सरकार की नीतियों के विरोध में हजारों की संख्या में लोगों ने संसद भवन के बाहर प्रदर्शन किया. इसमें सरकारी कर्मचारी, किसान, शिक्षक, डॉक्टर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और पेंशनर भी शामिल थे. प्रदर्शनकारी मूल्य वृद्धि का विरोध कर रहे हैं, जो उनके शब्दों में सरकार की 'कर्मचारी-विरोधी नीति है’. इतनी बड़ी संख्या में लोगों के प्रदर्शन में शामिल होने से इमरान खान के होश उड़ गए हैं. वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि लोगों के गुस्से को शांत किया जाए.

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डटी हुईं हैं महिलाएं 
सरकार ने लोगों को बातचीत के जरिये मामला सुलझाने का आश्वासन दिया है. सरकार के इस आश्वासन के बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने अपना धरना जरूर खत्म कर दिया है, लेकिन महिलाएं अपने रुख पर कायम हैं. बड़ी संख्या में महिला स्वास्थ्य कर्मी इस्लामाबाद के डी-चौक पर जमा हैं. वे एक जैसा वेतन, नौकरी बीमा और सुरक्षा की मांग कर रही हैं. वैसे ये ऐसी मांगें नहीं हैं, जिन्हें स्वीकार न किया जा सके. खासकर तब जब प्रधानमंत्री दैनिक वेतन भोगियों के हितैषी होने का दावा करते रहे हैं. मांगे न मानने के पीछे इमरान का तर्क है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और उस पर काफी कर्ज भी है.

आज दिखेगी विपक्षी एकता
इमरान सरकार के खिलाफ विपक्ष आज (शुक्रवार) महा-रैली करने जा रहा है. सरकार के खिलाफ प्रस्तावित विरोध-प्रदर्शनों में विपक्ष की यह पहली रैली है. इमरान को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्ष ने 'पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट' (पीडीएम) नाम से गठबंधन बनाया है. 20 सितंबर को विपक्ष के 11 बड़े दलों की बैठक में पीडीएम की घोषणा की गई थी. 

इमरान के इशारे पर कार्रवाई
विपक्ष के इस महा गठबंधन से इमरान बुरी तरह घबरा गए हैं. उन्हें समझ आ गया है कि आने वाले दिन उनके लिए मुश्किल भरे होने वाले हैं, इसलिए वह विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई करने में लगे हैं. महा-रैली से एक दिन पहले पाकिस्तान के पंजाब और लाहौर के विभिन्न हिस्सों में विपक्षी दलों के 450 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. विपक्ष ने सरकार के इस कदम को बदले की कार्रवाई करार दिया है. हालांकि, प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई कोरोना नियमों के उल्लंघन पर की गई है. पंजाब पुलिस के मुताबिक, COVID-19 दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के तहत पंजाब प्रांत के विभिन्न हिस्सों से 450 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इनमें ज्यादातर PML-N और PDM के कार्यकर्ता हैं.

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