पाकिस्‍तान: इमरान खान के खिलाफ निकला आज़ादी मार्च पहुंचा इस्लामाबाद
Advertisement

पाकिस्‍तान: इमरान खान के खिलाफ निकला आज़ादी मार्च पहुंचा इस्लामाबाद

विपक्ष इमरान सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहा है. उसका कहना है कि इमरान सरकार को भ्रष्ट तरीके से सत्तारूढ़ कराया गया था. उनको जनादेश नहीं हासिल है. जबकि प्रधानमंत्री इमरान खान(Imran Khan) ने साफ कर दिया है कि उनके इस्तीफा देने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.

फाइल फोटो

इस्लामाबाद : जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के नेता मौलाना फजलुर रहमान(Maulana Fazlur Rehman) के नेतृत्व में विपक्ष का 'आजादी मार्च'(Azadi March) गुरुवार रात इस्लामाबाद पहुंच गया. मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि मार्च मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में एक्सप्रेसवे से होता हुआ इस्लामाबाद पहुंचा है. इससे पहले विपक्षी अवामी नेशनल पार्टी के कार्यकर्ता आजादी मार्च में शामिल होने के लिए अलग से इस्लामाबाद पहुंचे.

विपक्ष इमरान सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहा है. उसका कहना है कि इमरान सरकार को भ्रष्ट तरीके से सत्तारूढ़ कराया गया था. उनको जनादेश नहीं हासिल है जबकि प्रधानमंत्री इमरान खान(Imran Khan) ने साफ कर दिया है कि उनके इस्तीफा देने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. मार्च के मद्देनजर इस्लामाबाद में सेना तलब कर ली गई है और सैनिकों ने संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा संभाल ली है.

इस्लामाबाद पहुंचने पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से पहले अलग-अलग बातें आ रही थीं. लेकिन, अब 'डॉन' की रिपोर्ट में बताया गया है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जनसभा होगी.

LIVE TV...

दुर्रानी ने कहा कि विपक्षी नेताओं की कमेटी से सलाह के बाद यह बात तय हुई है.

रिपोर्ट में बताया गया है कि अभी तक मार्च शांतिपूर्ण रहा है, सरकार ने भी इसमें कोई रुकावट नहीं पैदा की है. लेकिन, देश की राजधानी में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए संवेदनशील इलाकों में सेना तैनात कर दी गई है. शहर में सभी स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालय बंद हैं. ट्रैफिक पुलिस ने कुछ रास्तों को आम लोगों के लिए बंद किया है और कुछ जगहों पर रूट बदला गया है.

पाकिस्तान के गृह मंत्री एजाज शाह ने कहा है कि अगर मार्च में शामिल लोग कानून का पालन करेंगे तो सरकार उनके लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराएगी और उन्हें ऐसा लगेगा कि वे किसी फाइव स्टार होटल में टिके हुए हैं. इस बीच, मौलाना फजलुर रहमान के अगले कदम को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. उनके हवाले से पहले इस आशय के बयान आए थे कि वह धरना नहीं देंगे, लेकिन अब इस आशय की रिपोर्ट आ रही हैं कि मौलाना का कहना है कि मार्च में मार्च और धरना दोनों शामिल होता है. उनका यह भी कहना है कि इमरान सरकार के इस्तीफे तक उनका यह मार्च जारी रहेगा.

(इनपुट: एजेंसी आईएएनएस)

Trending news