फर्जी है बालाकोट में एयर स्ट्राइक से जुड़ा वायरल वीडियो, निकला 6 साल पुराना
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फर्जी है बालाकोट में एयर स्ट्राइक से जुड़ा वायरल वीडियो, निकला 6 साल पुराना

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद का बताया जा रहा था.

फर्जी है बालाकोट में एयर स्ट्राइक से जुड़ा वायरल वीडियो, निकला 6 साल पुराना

नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक में जैश के ठिकानों को तबाह करने से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर  सुबह से वायरल हो रहा था. लेकिन ये वीडियो गलत पाया गया है. ये वीडियो 6 साल पुराना है और इस वीडियो में जिन जवानों को पाकिस्तानी आर्मी होने का दावा किया गया है वह दरअसल पाकिस्तान की पैरा मिलिट्री फोर्स फ्रंटियर कोर्प्स है. बता दें कि फ्रंटियर कोर्प्स खैबर पख्तूनवा और बलूचिस्तान में तैनात रहती है. ये वीडियो अमन लश्कर(लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ संगठन) के लड़ाके के मारे जाने पर उसके घर गए फ्रंटियर कोर्प्स के जवानों का है. 

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर दावा किया गया था कि पाकिस्तानी सेना के अधिकारी मारे गए आतंकियों के मातम में डूबे उनके परिवारों को दिलासा देते दिखाई दे रहे है.  इस वीडियो में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी कुछ लोगों के बीच बैठे दिखाई दे रहे है. वीडियो में  जवान ये कहता दिख रहे हैं 'कल के हमले में 200 लोग शहीद हुए है.' 

इस वीडियो पाकिस्तानी सेना के अधिकारी गांव वालों से ये कहते दिख रहे हैं. 'अब हम सबका इमान है कि जो हकूमते वक्त के साथ खड़ा होकर लड़ाई करता है वो जिहाद है.' इसके बाद वीडियो में एक आदमी पाक सेना के अधिकारी को एक रोता हुआ बच्चा गोद में देता है. पाक सेना का अधिकारी उस बच्चे को चुप कराता हुआ दिलासा देता है. इसके बाद वीडियो में एक आवाज आती है. 'ये रुत्बा अल्लाह के कुछ खास बंदों को नसीब होता है. हर किसी को नसीब नहीं होता. आपको पता है कल 200 बंदा ऊपर गया था. इसका नसीब में लिखा हुआ था शहादत, हमारे नसीब में नहीं लिखा हुआ था. हम रोजाना चढ़ते हैं, जाते है, आते हैं. ये उसी को नसीब होती है जिसपर अल्लाह की नजरें करम होती है.'

2 मिनट 20 सेकेंड के इस वीडियो में आगे ये आवाज आ रही है. 'तुम्हारा वालिद मरा नहीं है, जिंदा...शहीद को मरा हुआ नहीं बोलते' ये वीडियो कब का है, कहां का है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन सोशल मीडिया पर लोग इसे बालाकोट का बताकर शेयर कर रहे हैं. जबकि ये वीडियो 6 साल पुराना है.

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