एक हजार गायों का समूह तैयार करने का लक्ष्य
ब्रिटिश वेबसाइट 'द सन' के मुताबिक, चीन इस परियोजना के जरिए ऐसी 1 हजार सुपर गायों (Chinese Super Cows) का समूह बनाने का सपना देख रहा है. दुनिया में सबसे ज्यादा दूध देने की क्षमता की वजह से चीन में दूध की आपूर्ति बढ़ जाएगी, जिससे घरेलू जरूरतों को पूरा करने और निर्यात करने में मदद मिलेगी. इस प्रोजेक्ट को लीड कर रही Jin Yaping ने कहा कि गायों के कान के पास टिश्यू लेकर उनका भ्रूण तैयार किया गया. इसके बाद उन भ्रूणों को 120 गायों में प्रत्यारोपित किया गया.
मिशन में मिली 42 प्रतिशत सफलता
Jin Yaping के अनुसार जितनी भी गायों में भ्रूण प्रत्यारोपित किया गया, उनमें से 42 प्रतिशत गर्भवती हो गई. फिलहाल ऐसी 3 सुपर गायों का जन्म हो चुका है, जबकि 17.5 प्रतिशत गायों का जन्म अगले कुछ दिनों में होगा.
बढ़ाई जा रही हाइब्रिड गायों की संख्या
Jin ने कहा कि इस तरह की क्लोनिंग तकनीक का जब तक कोई आर्थिक अर्थ नहीं है, तब तक कि उसे बिजनेस से न जोड़ा जाए. इसके लिए क्लोनिंग की मात्रा बढ़ाने की जरूरत होती है. यही वजह है कि कम दूध देने वाली गायों (Chinese Super Cows) की कोख में हाइब्रिड भ्रूण प्रत्यारोपित करके सुपर गायों की संख्या बढ़ाई जा रही है. जिससे ऐसी गायों की संख्या तेजी से बढ़ाकर दूध का उत्पादन बढ़ाया जा सके.
चीन में फिलहाल 66 लाख गायें
चीनी वैज्ञानिक ने कहा कि वे क्लोन से जन्मीं इन सुपर गायों (Chinese Super Cows) के टिश्यू बचाकर रखेंगी, जिससे ज्यादा से ज्यादा सुपर गायों को जन्म दिया जा सके. चीन में फिलहाल 66 लाख गायें हैं. इनमें से करीब 70 प्रतिशत गायें विदेशों से आयात की गई हैं. अगर वह 1 हजार सुपर गायों का झुंड तैयार करने में सफल हो जाता है तो हर साल 1800 टन दूध का उत्पादन कर सकता है. ये सुपर गाय तैयार करने से पहले चीन दुनिया के सबसे बड़े सुअर बाड़े का निर्माण किया था, जिसमें एक साथ 6 लाख 50 हजार सुअर रहते हैं.
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