बाज नहीं आया ड्रैगन: China ने LAC पर तैनात किए 50 हजार से अधिक जवान, Drone से रख रहा नजर
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बाज नहीं आया ड्रैगन: China ने LAC पर तैनात किए 50 हजार से अधिक जवान, Drone से रख रहा नजर

चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. उसने सीमा पर 50 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया है और भारत की टोह लेने के लिए ड्रोन इस्तेमाल कर रहा है. यह बात भी सामने आई है कि चीन ने सीमा विवाद के बाद से आज तक अपनी किसी भी टुकड़ी को पूरी तरह से LAC से नहीं हटाया है.

फाइल फोटो

बीजिंग: चीन (China) ने सीमा पर युद्ध को हवा देने वाली हरकतें शुरू कर दी हैं. चीनी सेना (Chinese Army) पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपने क्षेत्र में 50 हजार से अधिक सैनिकों को तैनात करने के बाद बड़े पैमाने पर ड्रोन (Drone) का इस्‍तेमाल कर रही है. ये ड्रोन भारतीय चौकियों के करीब उड़ान भर रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की ड्रोन गतिविधियां ज्यादातर दौलत बेग ओल्डी सेक्टर, गोगरा हाइट्स आदि क्षेत्रों में दिखाई दे रही है.  

  1. चीनी सेना की ड्रोन गतिविधियों में आई तेजी
  2. सीमा के पास वाले इलाकों में बना रहा सैन्य शिविर
  3. नए इजरायली ड्रोन इस्तेमाल करेगी भारतीय सेना
  4.  

Indian Army भी अलर्ट

भारतीय सेना चीन की इन हरकतों पर पैनी नजर रखे हुए है. सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना बेहद सतर्क है. वह भी बड़े पैमाने पर ड्रोन तैनात कर रही है. जल्द ही वह नए इजरायली और भारतीय ड्रोन को अपने बेड़े में  शामिल करेगी. इन ड्रोन को सीमा पर चीन की चुनौती का सामना करने के लिए सुरक्षा बलों की ओर से अधिग्रहित किया गया है.

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Permanent ठिकाने बना रहा China

LAC पर मौजूदा हालात का जिक्र करते हुए सूत्रों ने बताया कि अब फ्र‍िक्‍शन प्‍वाइंट के मसले को हल करने की जरूरत है. सूत्रों ने बताया कि चीन अभी भी चुप नहीं बैठा है वह अपने सैनिकों के लिए अपने अस्थायी ढांचों को स्थायी ठिकानों के रूप बदल रहा है. पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास के इलाकों में तिब्बती गांवों के पास चीन ने सैन्य शिविर बनाए हैं.

Galwan हिंसा के बाद से शुरू है काम

चीनी सेना की ओर से ये कैंप कंक्रीट की इमारतों के रूप में बनाए जा रहे हैं. सूत्रों का साफ कहना है कि चीन की ये हरकतें उसके इरादे को प्रत्‍यक्ष तौर पर दिखा रही हैं. चीन लंबे समय तक अपने सैनिकों की तैनाती को बनाए रखना चाहता है. गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद भी पिछले साल ही चीन ने अपने इलाके में काम शुरू कर दिया था. सूत्रों का कहना है कि सर्दियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए चीन की ओर से अभी भी कई स्थानों पर निर्माण के काम चल रहे हैं.

LAC से नहीं हटाई कोई टुकड़ी

चौंकाने वाली बात यह भी है कि चीन ने तनाव वाले कुछ इलाकों से अपने सैनिक भले ही हटा लिए हैं, लेकिन अप्रैल 2020 से तैनात अपनी किसी भी सैन्‍य टुकड़ी को सीमा से पूरी तरह वापस नहीं बुलाया है. मौजूदा वक्‍त में चीनी सेना भारतीय सीमा के पास अपने सैनिकों की लंबी अवधि की तैनाती के एजेंडे पर काम कर रही है. चीन की मंशा कितनी खतरनाक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चीनी सेना भारतीय सीमा के पास तिब्बत के गांवों में सैन्‍य ठिकानों के निर्माण में भारी निवेश कर रही है.  

 

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