चीन के पूर्व उप प्रधानमंत्री ने किया इस टेनिस स्टार का यौन शोषण, आरोप पर मचा बवाल
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चीन के पूर्व उप प्रधानमंत्री ने किया इस टेनिस स्टार का यौन शोषण, आरोप पर मचा बवाल

चीन की टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई ने पूर्व उप प्रधानमंत्री पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के पूर्व सदस्य झांग गाओली ने उन्हें सेक्स के लिए मजबूर किया था. इस आरोप पर गाओली या चीनी सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

चीन की टेनिस स्टार पेंग शुआई (फोटो: CNN)

बीजिंग: चीन (China) की मशहूर टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई (Tennis Star Peng Shuai) ने सनसनीखेज आरोप लगाकर पूरे देश में भूचाल ला दिया है. वर्ल्ड नंबर-1 टेनिस डबल्स प्लेयर का खिताब अपने नाम पर चुकीं शुआई ने चीन के एक पूर्व उप प्रधानमंत्री (Former Vice Premier) पर जबरन यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर ये खुलासा किया. हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन तब तक उनकी पोस्ट का स्क्रीनशॉट वायरल हो चुका था.  

  1. चीन की मशहूर खिलाड़ी हैं पेंग शुआई 
  2. सोशल मीडिया पर किया खुलासा
  3. वायरल हो रहा है पोस्ट का स्क्रीनशॉट

आधे घंटे में डिलीट किया Post
 

न्यूज एजेंसी ‘रॉयटर्स’ के अनुसार, पेंग शुआई (Peng Shuai) ने कहा कि पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के पूर्व सदस्य झांग गाओली (Zhang Gaoli) ने उन्हें सेक्स के लिए मजबूर किया था. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बाद में दोनों के बीच सहमति से संबंध बन गए थे. बता दें कि पोलित ब्यूरो चीन की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था है. पोस्ट को पब्लिश करने के लगभग आधे घंटे बाद टेनिस स्टार ने उसे हटा दिया गया था. इस खुलासे के बाद से इंटरनेट पर पेंग का नाम तेजी से सर्च किया जा रहा है.

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अब क्या होगा Shuai का अंजाम?
 

टेनिस स्टार के पोस्ट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया ग्रुप्स में तेजी से वायरल होने लगा. इसके बाद यह खबर जंगल में आग की तरफ फैल गई. गौरतलब है कि चीन में शीर्ष नेताओं का निजी जीवन विशेष रूप से एक संवेदनशील विषय है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पेंग को अपने इस पोस्ट का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. वहीं, पेंग ने इस संबंध में पूछे गए सवालों का तत्काल कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने पोस्ट में कहा था कि वह अपने आरोपों का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं दे सकती हैं.

China ने आरोपों पर साधी चुप्पी
 

उधर, चीन के स्टेट काउंसिल इन्फॉर्मेशन ऑफिस ने भी इस संबंध में कोई जवाब नहीं दिया है. वीबो पोस्ट के बारे में एक रूटीन प्रेस कान्फ्रेंस में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि उन्हें इस मुद्दे की जानकारी नहीं है और यह विदेशी मामलों से संबंधित प्रश्न नहीं है. बता दें कि 2018 में #MeToo आंदोलन शुरू होने से पहले तक चीन में यौन उत्पीड़न के मामले सार्वजनिक रूप से बेहद कम सामने आते थे.

 

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