Pakistani Police की सोच: School Van में फ्रंट सीट पर न बैठें लड़कियां, तो Sexual Harassment भी हो जाएगा बंद
Advertisement

Pakistani Police की सोच: School Van में फ्रंट सीट पर न बैठें लड़कियां, तो Sexual Harassment भी हो जाएगा बंद

पाकिस्तान की पुलिस का दावा है कि स्कूल वैन की फ्रंट सीट पर लड़कियों को बैठने से रोक कर यौन शोषण के बढ़ते मामलों पर रोक लगाई जा सकती है. हालांकि, पुलिस के इस आदेश का विरोध भी शुरू हो गया है. लोगों का कहना है कि पुलिस वाजिब कदम उठाने के बजाए इस तरह की कार्रवाई करके समय बर्बाद कर रही है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान  (फाइल फोटो)

इस्लामाबाद: यौन शोषण (Sexual Harassment) के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए इमरान खान (Imran Khan) की पुलिस ने जो आदेश दिया है, उस पर पूरे पाकिस्तान (Pakistan) में बवाल मच गया है. प्रधानमंत्री इमरान खान के गृह राज्य खैबर पख्तूनख्वा की पुलिस ने कहा है कि स्कूल वैन (School Van) की आगे की सीट पर लड़कियों और महिलाओं को न बैठाया जाए. पुलिस को लगता है कि यदि लड़कियां या महिलाएं आगे की सीट पर नहीं बैठेंगी, तो उनका यौन शोषण नहीं होगा. विपक्षी पार्टियों ने पुलिस की सोच पर हमला बोलते हुए इसे तुगलकी फरमान करार दिया है.

  1. मनसेरा ट्रैफिक पुलिस ने दिया आदेश
  2. पुलिस ने शिकायतों का दिया हवाला 
  3. विपक्षी पार्टियों ने जताया कड़ा ऐतराज 

Police ने दी ये दलील

खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) के मनसेरा ट्रैफिक पुलिस (Mansehra Traffic Police) की तरफ से कहा गया है कि जिले भर के स्कूलों और कॉलेजों के स्टूडेंट्स को पिक-एंड-ड्रॉप सेवा प्रदान करने वाले वैन चालकों (School Van Drivers) द्वारा यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) के मामलों को देखते हुए कुछ आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. इसी के तहत सभी वैन चालकों को आदेश दिया जाता है कि वह आगे की सीट पर लड़कियों और महिलाओं को न बैठाएं. 

ये भी पढ़ें -Pakistan के PM Imran Khan ने बताया, India क्यों बन रही है दुनिया की टॉप क्रिकेट टीम

Complaints के बाद फैसला

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मनसेरा में पिछले कुछ दिनों में कई पैरेंट्स ने वैन चालकों द्वारा बच्चों के यौन शोषण की शिकायत की थी. इसी को ध्यान में रखते हुए स्थानीय पुलिस ने यह कदम उठाया है. पुलिस का दावा है कि इससे बच्चों के खिलाफ अपराधों पर रोक लगाई जा सकेगी. हालांकि, पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध भी शुरू हो गया है. विरोध करने वालों का कहना है कि पुलिस वाजिब कदम उठाने के बजाए इस तरह की कार्रवाई करके समय बर्बाद कर रही है.  

VIDEO

Screening भी की जा रही

पुलिस द्वारा इस संबंध में जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि खैबर पख्तूनख्वा के कई जिलों में स्कूली वैन चलाने वाले ड्राइवरों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है, ताकि अपराधियों को तुरंत पकड़ा जा सके. इसके अलावा, पुलिस उन ड्राइवरों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई कर रही है जो ड्रग्स का इस्तेमाल करते हैं. पुलिस ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि फ्रंट सीट पर लड़कियों को न बैठाने का आदेश उनकी भलाई को ध्यान में रखकर दिया गया है. 

Trending news