भारत ने PAK को न्‍योता देकर खेला मास्‍टरस्‍ट्रोक, हर जगह विरोध करने वाले इमरान अब क्‍या करेंगे?
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भारत ने PAK को न्‍योता देकर खेला मास्‍टरस्‍ट्रोक, हर जगह विरोध करने वाले इमरान अब क्‍या करेंगे?

इस साल के अंत में भारत में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में पाकिस्तान को भी न्‍योता दिया जाएगा.

फाइल फोटो

नई दिल्‍ली: इस साल के अंत में भारत में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में पाकिस्तान को भी न्‍योता दिया जाएगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ये बयान दिया. वहीं संयुक्त राष्ट्र संघ में कश्मीर मुद्दा फिर से उठाने को लेकर विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को लताड़ा. साथ ही चीन को भी भारत ने नसीहत दी. पाकिस्तान को लेकर भारत की विदेश नीति में भले ही कोई बदलाव ना आया हो लेकिन आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है कि भारत में जो शंघाई सहयोग संगठन का सम्मेलन होना है यानी SCO की जो मेजबानी भारत करने जा रहा है उसमें सभी सदस्य राष्ट्रों को आमंत्रित किया जाएगा. इस संगठन का एक सदस्य पाकिस्तान भी है और जाहिर तौर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी भारत न्‍योता देगा.

हालांकि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने साथ में यह भी कहा कि आगे क्या होगा उन्हें भी नहीं पता लेकिन यह वह जरूर कह सकते हैं कि एससीओ के जो भी मेंबर राष्ट्र हैं उन सभी को भारत आमंत्रण देने जा रहा है. SCO की मेजबानी भारत साल के अंत में ही करने जा रहा है ऐसे में क्या पाकिस्तान इसमें शामिल होगा यह भी एक बड़ी बात है? भारत हमेशा से कहता आया है कि पाकिस्तान के साथ आतंक और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती. इसके चलते सार्क का सम्मेलन भी आज तक नहीं हो पाया.

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एससीओ (SCO)
भारत और पाकिस्तान 2017 में ही SCO के पूर्णकालिक सदस्य बने थे. शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai cooperation organisation) में 8 सदस्य देश हैं. इनमें चीन,रूस, भारत के साथ ही पाकिस्तान, तजाकिस्तान, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान भी मेंबर हैं. महत्वपूर्ण बात ये है कि कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान लगातार इस मुद्दे को उठाने की कोशिश अंतरराष्ट्रीय मंच पर करता रहा है और लगातार उसको मुंह की खानी पड़ी है. पाक, चीन के सहयोग से दो बार संयुक्त राष्ट्र संघ में बंद कमरे में चर्चा कराने की कोशिश कर चुका है लेकिन दोनों बार चीन की कोशिश भी नाकाम रही और पाकिस्तान की फजीहत हुई वो अलग से.

पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार को भी बंद किया हुआ है. सीमा पर तनाव बढ़ रहा है वह अलग से. ऐसे माहौल में भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार का यह बयान बेहद मायने रखता है.

हालांकि कूटनीति के लिहाज से आप इसे भारत का मास्टरस्ट्रोक भी कह सकते हैं क्योंकि अभी तक एससीओ के जो भी सम्मेलन हुए हैं उसमें सभी सदस्य राष्ट्र शामिल हुए हैं जिसमें पाकिस्तान और भारत दोनों रहे हैं.

भारत ने यह न्योता पाकिस्तान को भी भेजने की बात कहकर अब गेंद पाकिस्तान के पाले में डाल दी है. ऐसे दौर में जब पाकिस्तान लगातार भारत का विरोध कर रहा है हर मंच पर कश्मीर मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है उसको भारत का न्योता स्वीकार करना इतना आसान नहीं होगा. वहीं खारिज करना उसे और मुश्किलों भरा होगा. लिहाजा अब यह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को तय करना है कि आगे वह भारत के मास्टरस्ट्रोक को किस तरह से खेलते हैं.

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