Joe Biden-Xi Jinping Meeting: सुधरेंगे संबंध या बिगड़ेगी बात? जिनपिंग से मुलाकात से पहले बाइडेन ने दे दिया ये बड़ा बयान
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Joe Biden-Xi Jinping Meeting: सुधरेंगे संबंध या बिगड़ेगी बात? जिनपिंग से मुलाकात से पहले बाइडेन ने दे दिया ये बड़ा बयान

US-China Conflict: बाइडेन ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि हम निष्पक्ष व्यापार और क्षेत्र के अन्य देशों के साथ संबंधों सहित कई मुद्दों पर बात करेंगे.' बाइडेन ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि चीन, रूस या उसके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बहुत अधिक सम्मान करता है.

Joe Biden-Xi Jinping Meeting: सुधरेंगे संबंध या बिगड़ेगी बात? जिनपिंग से मुलाकात से पहले बाइडेन ने दे दिया ये बड़ा बयान

America-China Ties: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह चीन के साथ कॉम्पिटिशन चाहते हैं, संघर्ष नहीं. इस महीने के अंत में इंडोनेशिया की राजधानी बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर बाइडेन के अपने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात कर सकते हैं. बाइडेन ने बुधवार को कहा कि बैठक में राष्ट्रीय हितों और ‘रेड लाइन’ पर चर्चा होने की उम्मीद है. वाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि 14 नवंबर को इंडोनेशिया के बाली में बाइडेन शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे.

'रेड लाइन पर चर्चा करूंगा'

अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'मैंने उनसे कई बार मुलाकात की है और कहा कि मैं प्रतिस्पर्धा चाहता हूं, न की संघर्ष. इसलिए बातचीत के दौरान मैं इसपर चर्चा करना चाहूंगा कि हमारी ‘रेड लाइन’ (सीमाएं) क्या हैं. इस बात को समझेंगे कि वह चीन के राष्ट्रीय हित के लिए किसे जरूरी मानते हैं. मेरी अमेरिका के महत्वपूर्ण हितों के बारे में क्या राय है..साथ ही यह सुनिश्चित करेंगे कि उनका (हितों का) एक-दूसरे के साथ कोई टकराव ना हो.'

बाइडेन ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि हम निष्पक्ष व्यापार और क्षेत्र के अन्य देशों के साथ संबंधों सहित कई मुद्दों पर बात करेंगे.' बाइडेन ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि चीन, रूस या उसके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बहुत अधिक सम्मान करता है.

चीन-रूस पर दिया ये बयान

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे नहीं लगता कि वह एक-दूसरे को एक विशेष गठबंधन के तौर पर देख रहे हैं. सच तो यह है कि वे थोड़ी दूरी बनाए हुए हैं. मुझे लगता है कि अभी यह देखना बाकी है कि शी चिनफिंग क्या फैसला करते हैं... क्या वे अपने शुरुआती फैसले का समर्थन करते हैं या वह चाहते हैं कि विश्व में चीन की सेना सबसे विशाल और अर्थव्यवस्था सबसे मजबूत हो.' उन्होंने कहा, 'उन्हें अभी लंबा सफर तय करना है.' बाइडन ने कहा कि परमाणु हथियार और उससे जुड़े विषयों पर भी चर्चा होगी.'

(इनपुट- PTI)

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