क्वेटा शहर की मस्जिद में ब्लास्ट से अफगानी तालिबान और पाकिस्तान के बीच बढ़ सकता है तनाव
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क्वेटा शहर की मस्जिद में ब्लास्ट से अफगानी तालिबान और पाकिस्तान के बीच बढ़ सकता है तनाव

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में जुमे की नमाज के दौरान मस्जिद में हुए बम धमाके में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए.

धमाका मस्जिद में लगे आईईडी से किया गया, जिसमें करीब 8 से 10 किलोग्राम विस्फोटक भरा हुआ था.

कराची. पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में जुमे की नमाज के दौरान शुक्रवार को मस्जिद में हुए बम धमाके में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए. यह धमाका बलूचिस्तान प्रांत के कुचलाक में हुआ जो कि बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा के नज़दीक स्थित है. धमाका मस्जिद में लगे आईईडी से किया गया, जिसमें करीब 8 से 10 किलोग्राम विस्फोटक भरा हुआ था. किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. यह धमाका एक महीने से भी कम समय में बलोचिस्तान में हुआ चौथा धमाका है.

तालिबान का सरगना मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदजादा 2016 से पहले तालिबान प्रमुख बनने से पहले इस मस्जिद में नमाज अता किया करता था. मस्जिद को निशाना बनाए जाने से अफगानी तालिबान और पाकिस्तान के बीच संबंधों में खटास पैदा हो सकती है. 2015 में भी कुछ इसी तरह का तनाव देखने को मिला था.  

क्वेटा शहर पाकिस्तान में तालिबान का गढ़ है. इस शहर की सीमा अफगानिस्तान से सटी हुई है. लोग बिना वीजा के आवाजाही कर सकते हैं. ग़ौरतलब है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत हैं. इस प्रांत के लोगों द्वारा प्रांत को आजाद मुल्क बनाने की मांग दशकों से चल रही है जिसे पाकिस्तान सेना कुचलने की कोशिश में लगा हुई है. 

तालिबान के दो धड़े हैं, एक अफगानी तालिबान जो पश्तून या पश्तो हैं और दूसरा पाकिस्तानी तालिबान. दोनों में मुख्य अंतर यह है कि एक तरफ जहां अफगान तालिबान अमेरिका और नाटो के नेतृत्व वाले फौजों से अफगानिस्तान में निपटने पर ज्यादा ध्यान देता है, वहीं टीटीपी पाकिस्तानी सुरक्षा बलों से संघर्ष करने पर जोर देता है.

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