PoK के रावलाकोट में फिर से आतंक की पाठशाला, मसूद अजहर ने बनाई नई ऐशगाह
रावलाकोट में जैश ए मोहम्मद के सरगना ने एक नए ठिकाना बनाया है. कहा जा रहा है कि इस मकान से ही अब जैश अपने मंसूबों को अंजाम देगा.
नई दिल्लीः आतंक की सरपरस्ती में पाकिस्तान किस तरह सांस ले रहा है और किस तरह से भारत के खिलाफ लगातार साजिशें रच रहा है इसकी एक बानगी एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में शुक्रवार (19 अक्टूबर) को देखाई दी. पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड और जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का भाई अब्दुल रउफ असगर ने रावलाकोट (पीओके) में आतंकियों को संबोधित किया. आतंक की इस रैली में बाकायदा बैनर लगाए गए थे जिसपर लिख था "कश्मीर में शिकस्त भारत का मुकद्दर है".
रैली में पोस्टर पर भारतीय संसद और आईसी 814 को दिखाया गया और वहां मौजूद आतंक की ट्रेनिंग ले रहे लोगों को बताया गया कि इस तरह की घटना को और अंजाम तक पहुंचाना है. इस रैली को जैश ए मोहम्मद के एक संगठन मजलि ए वारसा जम्मू व कश्मीर ने आयोजित किया था. आतंक की इस रैली में कश्मीर में अस्थिरता फैलाने के लिए मुस्लिम युवाओं का आह्वाहन किया गया.
आतंकी सरगना रउफ असगर ने कहा कि पाकिस्तान की सरजमीं से लोग आएंगे और कश्मीर के लिए लड़ेंगे. मुसलमानों के लिए पहले भी लड़ते थे और आगे भी लड़ेंगे. कश्मीर में मारे गए आतंकियों और भारत में एक्टिव आतंकियों को मदद और उनकी मौत का मातम मनाने के लिए रावलाकोट में इस रैली का आयोजन किया गया था.
रावलाकोट में जैश ए मोहम्मद के सरगना ने एक नए ठिकाना बनाया है. कहा जा रहा है कि इस मकान से ही अब जैश अपने मंसूबों को अंजाम देगा. मस्जिद की शक्ल में तैयार इस बिल्डिग में एक हाल का निर्माण कराया गया हैं जहां पर आतंकी मसूद अजहर और उसके साथी आतंक की पाठशाला चलाते हैं.
बताया जा रहा है किलाइन ऑफ कंट्रोल से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर बने इस मकान को पाकिस्तानी सेना की सुरक्षा मिली हुई है. लाइन ऑफ कंट्रोल से सटा रावलाकोट जो पूंछ सेक्टर में पड़ता है. यहां आतंक की इस रैली का क्या मकसद था? पाकिस्तानी सेना की नाक के नीचे भारत के खिलाफ इस तरह रैली का आयोजन क्या पाकिस्तान सरकार के इशारे पर हो रहा है?
अभी की खबर के अनुसार सर्दियों के दस्तक देते ही पाकिस्तान की तरफ से सैकड़ों की तादात में आतंकी घुसपैठ की कोशिश में लगे हुए हैं. जैश के 100 से ज्यादा आतंकी इस वक्त पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में डेरा डाले बैठे हैं और भारत में घुसने की फिराक में लगे हुए हैं. पिछले एक महीने में 20 के करीब घुसपैठ करने वाले आतंकियों को सेना ने मार गिराया है.