Nagrota Attack में शामिल होने के मिले सबूत तो भड़का PAK, भारत के खिलाफ उगला जहर
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Nagrota Attack में शामिल होने के मिले सबूत तो भड़का PAK, भारत के खिलाफ उगला जहर

भारत ने पाकिस्तानी राजनयिक को नगरोटा एनकाउंटर से जुड़े दस्तावेज भी सौंप दिए हैं जिसके बाद से आतंकवाद के पनाहगार पाकिस्तान की दुनियाभर में फजीहत हो रही है. ऐसे में परेशान पाकिस्तान ने उल्टा भारत पर ही हमला बोला है. 

फाइल फोटो.

नई दिल्लीः नगरोटा (Nagrota) में 17 नवंबर को हुए आतंकी हमले (Terror Attack) की योजना को लेकर भारत ने दुनियाभर के सामने पाकिस्तानी (Pakistan) साजिश को जगजाहिर कर दिया है. भारतीय जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हमले को नाकाम कर दिया था. रविवार को भारतीय सेना ने इस हमले के लिए इस्तेमाल किए गए सुरंग को भी ढूंढ निकाला. भारत ने पाकिस्तानी राजनयिक को नगरोटा एनकाउंटर (Nagrota Encounter) से जुड़े दस्तावेज भी सौंप दिए हैं जिसके बाद से आतंकवाद के पनाहगार पाकिस्तान की दुनियाभर में फजीहत हो रही है. ऐसे में परेशान पाकिस्तान ने उल्टा भारत पर ही हमला बोला है. 

  1. नगरोटा हमले की साजिश उजागर होने पर भड़का पाकिस्तान 
  2. पाकिस्तान के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने भारत के खिलाफ दिया बयान
  3. पाकिस्तान के नेता ने कहा, पूरी तरह से निराधार हैं भारत द्वारा दिखाए गए सबूत

पाक के प्रवक्ता ने भारत पर लगाया पाक को फंसाने का आरोप
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारत द्वारा बताए गए पाकिस्तान के खिलाफ सबूत 'पूरी तरह से निराधार हैं.' चौधरी ने समाचार पत्र डॉन को दिए इंटरव्यू में नगरोटा हमले की साजिश को लेकर भारत को टारगेट किया है. उन्होंने दावा किया, 'यह कथित रूप से योजनाबद्ध हमले में पाकिस्तान को गलत तरीके से फंसाने का एक और प्रयास है.'

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पुलवामा हमले को बताई इमरान की उपलब्धि
इससे पहले पाकिस्तान के संघीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने पुलवामा हमले को इमरान सरकार की 'बड़ी उपलब्धि' बताया था. 14 फरवरी, 2019 को हुए इस हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे. फवाद चौधरी ने पाकिस्तान की संसद में बयान देते हुए माना था कि पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले में पाकिस्तान का हाथ था. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमला पाकिस्तान की कामयाबी है. फवाद चौधरी ने पुलवामा हमले का श्रेय इमरान खान और उनकी पार्टी PTI को दिया. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमला इमरान खान के लिए एक उपलब्धि है. 

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भारत ने दुनियाभर को बताई पाकिस्तान की साजिश
मालूम हो कि 23 नवंबर को भारत ने अमेरिका, रूस, जापान और फ्रांस के कुछ विदेश राजनयिकों के साथ मीटिंग की थी. इस दौरान विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जम्मू के नगरोटा में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) की आतंकवादी हमले की योजना के बारे में सभी देशों को अवगत कराया था. उन्होंने बताया कि समय रहते सुरक्षा बलों ने 19 नवंबर को आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया था. हर्षवर्धन ने बताया कि मिशनों के प्रमुखों को घटना के बारे में विस्तृत सूचना मुहैया कराई गई और आतंकवादियों के पास से बरामद गोला-बारूद के बारे में बताया गया. सूत्रों ने कहा कि विदेशी राजनयिकों को जम्मू-कश्मीर में हालात ‘बिगाड़ने’ और केंद्र शासित क्षेत्र में आगामी स्थानीय चुनावों में अड़चन खड़ा करने के लिए पाकिस्तान के निरंतर प्रयासों के संबंध में भारत की चिंताओं से अवगत कराया गया.

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पुलवामा की तरह बड़ा हमला करने की फिराक में थे आतंकी
एक सूत्र ने बताया, ‘व्यापक परिदृश्य में यह स्पष्ट है कि आतंकवादी फरवरी 2019 में पुलवामा के बाद बड़ा आतंकी हमला करने की फिराक में थे.’ जेईएम की संलिप्तता वाली पूर्व की कुछ घटनाओं के बारे में भी बताया गया. एक ट्रक में छिपकर जा रहे जेईएम के चार संदिग्ध आतंकियों को सुरक्षा बलों ने बृहस्पतिवार सुबह नगरोटा में मुठभेड़ में मार गिराया था। सरकार ने कहा था कि सुरक्षा बलों ने इन आतंकियों को ढेर कर आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया.

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सांबा की सुरंग के जरिए घुसे थे आतंकी
सूत्र के मुताबिक, विदेशी राजनयिकों को इस बारे में भी बताया गया कि आतंकी जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में उजागर हुई सुरंग के जरिए घुसे. उन्होंने बताया कि पुलिस और खुफिया अधिकारियों की शुरुआती जांच में निकले निष्कर्ष से भी उन्हें वाकिफ कराया गया कि नगरोटा में हमले की साजिश रचने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से संचालित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े थे जबकि संयुक्त राष्ट्र ने इस पर प्रतिबंध लगा रखा है. सूत्रों ने बताया कि कोविड-19 की स्थिति के मद्देनजर विदेश मंत्रालय छोटे-छोटे समूहों में राजनयिकों को इस बारे में अवगत कराएगा.

 

 

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