पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान में हुई ये कैसी जांच... जांचकर्ताओं को नहीं मिला कोई गुनहगार
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि हमारी दस सदस्यीय जाचं टीम ने प्रारंभिक जांच में पाया कि पुलवामा घटना में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है. ARY News ने यह जानकारी दी.
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इस्लामाबाद : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा किए गए भीषण हमले को लेकर खुद का बचाव करते आए पाकिस्तान ने एक बार फिर गहरी चाल चली है. पाकिस्तान ने इस मामले में खुद को पाक साफ बताया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि हमारी दस सदस्यीय जांंच टीम ने प्रारंभिक जांच में पाया कि पुलवामा घटना में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है. ARY News ने यह जानकारी दी.
गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने कहा कि महानिदेशक संघीय जांच एजेंसी (DG-FIA) के नेतृत्व में 10 सदस्यीय दल ने पुलवामा की घटना की जांच की.
उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर भारत द्वारा सौंपे गए डोजियर पर भी जांचकर्ताओं ने गौर किया. उन्होंने भारत की तरफ से लगाए गए आरोपों पर भी जवाब दिया और कहा कि पाकिस्तान के पुलवामा की घटना में शामिल होने संबंधी दिए गए सबूतों पर भी गौर किया गया, लेकिन इसमें पाकिस्तान के शामिल होने का कोई लिंक नहीं मिला.
दरअसल, भारत ने 27 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के मद्देनजर एक डोजियर पाकिस्तान को सौंपा था. ARY News के अनुसार, इसके तुरंत बाद पाकिस्तान ने एक जांच दल का गठन किया, जिसने कई लोगों से पूछताछ की थी और तकनीकी पहलुओं पर ध्यान दिया, जो भारतीय डोजियर का मुख्य आधार था.
खबर के मुताबिक, भारतीय पत्र में 91 पृष्ठ और 6 भाग शामिल थे, जिनमें से केवल 2 और 3 भाग ही पुलवामा की घटना से संबंधित थे, जबकि अन्य भाग “सामान्यीकृत आरोप” थे. पाकिस्तान ने उन हिस्सों पर ध्यान केंद्रित किया, जो पुलवामा की घटना से संबंधित थे.