Pakistani General का कबूलनामा: बलूच आंदोलन को कुचलना चाहता है China, छह महीने में खत्म करना है काम
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Pakistani General का कबूलनामा: बलूच आंदोलन को कुचलना चाहता है China, छह महीने में खत्म करना है काम

पाकिस्तानी सेना के जनरल अयमान बिलाल (Ayman Bilal) का कहना है कि चीन ने बलूच आंदोलन को कुचलने के लिए उन्हें यहां तैनात किया है और काम खत्म करने के लिए छह महीने का समय दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ईरान को उसके घर में घुसकर मारेगा.

फाइल फोटो

इस्लामाबाद: बलूचिस्तान (Balochistan) में पाकिस्तान (Pakistan) की साजिश का खुलासा खुद पाकिस्तानी सेना के एक जनरल (Major General) ने किया है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल ने बताया है कि बलूच आंदोलन को कुचलने में पाकिस्तान के साथ-साथ चीन (China) की भी भूमिका है. पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी ने यहां तक कहा है कि उसे बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वालों को कुचलने के लिए खासतौर पर भेजा गया है. 

  1. बंगलादेशी अखबार की रिपोर्ट में खुलासा 
  2. जनरल अयमान बिलाल ने बताई चीन की रणनीति
  3. बलूचिस्तान पर कई बार घिर चुका है पाकिस्तान
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Iran पर कार्रवाई की धमकी  

बांग्लादेशी अखबार ‘द डेली सन’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी जनरल (Major General) को बलूच आंदोलन को खत्म करने के लिए छह महीनों का समय दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, जनरल अयमान बिलाल (Ayman Bilal) का कहना है कि चीन ने बलूच आंदोलन को कुचलने के लिए उन्हें यहां तैनात किया है और काम खत्म करने के लिए छह महीने का समय दिया है. ईरान को पाकिस्तान (Pakistan) का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए बिलाल ने कहा कि पाकिस्तान की सेना ईरान में घुसकर कार्रवाई करेगी.

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China ने दिया भरपूर पैसा

जनरल अयमान बिलाल ने आगे कहा कि चीन ने मुझे भारी-भरकम राशि का भुगतान किया है और मुझे आधिकारिक तौर पर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) के खिलाफ ईरान की साजिशों को विफल करने के लिए यहां तैनात किया है. साथ ही मुझसे इस क्षेत्र में भारत के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए भी कहा गया है. उन्होंने कहा कि मुझ पर बलूच आंदोलन को कुचलने की जिम्मेदारी है और जल्द से जल्द इस काम को पूरा किया जाएगा.

Balochistan में आम है शोषण

बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना द्वारा स्थानीय लोगों का तरह-तरह से शोषण किया जाता है. इस संबंध में कई रिपोर्ट सामने आ चुकी हैं. हालांकि, ये बात अलग है कि पाकिस्तान ने कभी इसे स्वीकार नहीं किया. अब जब उसके सैन्य अधिकारी ने बलूच आंदोलन को कुचलने की बात स्वीकारी है, तो आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री इमरान खान को कई सवालों के जवाब देने होंगे. बता दें कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे गरीब और सबसे कम आबादी वाला प्रांत बना हुआ है.

 

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