इस्लामाबाद: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में लोकतांत्रिक प्रक्रिया तेज करने की केंद्र सरकार की कवायद का पाकिस्तान (Pakistan) ने मजाक उड़ाया है. पाकिस्तान ने कहा कि यह नाटक के सिवा कुछ नहीं है.


'मेरे विचार से यह नाटक था'


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पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने जम्मू-कश्मीर के राजनेताओं की दिल्ली में पीएम मोदी के साथ हुई बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया दी. कुरैशी ने कहा, 'मेरे विचार से यह एक नाटक था और यह नाटक क्यों था? क्योंकि इसे अधिक से अधिक जनसंपर्क कवायद कहा जा सकता है, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ.'


कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने कहा कि उस बैठक में कश्मीरी नेताओं ने एक स्वर से राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की. इसके बावजूद नेताओं को उनकी मांग का कोई ठोस जवाब नहीं मिला. मांग करने वाले नेताओं से कहा गया कि कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने के बारे में उचित समय पर फैसला किया जाएगा, जो एक अस्पष्ट बयान है.


'हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को नहीं बुलाया' 


उन्होंने कहा कि ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस नेतृत्व को बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था. कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने दावा किया कि भारत कश्मीर में जनसांख्यिकीय बदलाव का प्रयास कर रहा है. जो पाकिस्तान के लिए चिंता का विषय है क्योंकि इसके दीर्घकालिक प्रभाव होंगे.


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भारत के साथ परदे के पीछे की कूटनीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारत के साथ ऐसा कोई संवाद नहीं चल रहा है. हालांकि उन्होंने पुष्टि की कि खुफिया स्तर पर संपर्क हुआ है. उन्होंने कहा कि कोई ‘बैक-डोर चैनल’ नहीं है लेकिन खुफिया स्तर पर क्षेत्रीय स्थिति को लेकर संपर्क है. 


गुरुवार को पीएम मोदी ने की थी बैठक 


बताते चलें कि पीएम मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के प्रमुख नेताओं के साथ दिल्ली में बातचीत की थी. इस दौरान पीएम ने कहा था कि केंद्र की प्राथमिकता वहां जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना है. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को राज्य का दर्जा दिए जाने का वादा दोहराया और कहा कि सही वक्त आने पर इसे पूरा किया जाएगा. 


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