Afghanistan पर करेंसी थोपने की `जुगाड़` में PAK, भड़की जनता ने तालिबान से की ये मांग
अफगानिस्तान (Afghanistan) के लोग पाकिस्तानी करेंसी के चलन के प्रयास पर सवाल उठा रहे हैं. लोग कह रहे हैं कि तालिबान (Taliban) को सभी अधिकारियों, व्यापारियों और लोगों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि अगर उन्होंने पाकिस्तानी रुपये का इस्तेमाल किया तो कार्रवाई की जाएगी.
नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक स्तिथि बेहद खराब है फिर भी वो अफगानिस्तान में दखल जारी रखने के पूरे प्रयास कर रहा है. अब पाकिस्तान की मंशा है कि वह अफगानिस्तान (Afghanistan) में अपनी मुद्रा चलाए. इसको लेकर अफगानिस्तान के लोगों में आक्रोश है. अफगान नागरिक इस बात पर जोर दे रहे हैं कि किसी को भी पाकिस्तानी मुद्रा (Pakistani Currency) का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और इसका इस्तेमाल करने वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
पाकिस्तानी विदेश मंत्री का आया बयान
पाकिस्तानी अखबार डेली जंग ने एक रिपोर्ट में देश के वित्त मंत्री शौकत तरीन के हवाले से कहा कि अफगानिस्तान (Afghanistan) को डॉलर के भंडार की कमी का सामना करना पड़ा और यही कारण होगा कि अफगानिस्तान, पाकिस्तानी रुपये में लेनदेन करेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और वर्ल्ड बैंक द्वारा अफगानिस्तान को भुगतान सस्पेंड करने के बाद तरीन ने यह बयान दिया. राहा प्रेस ने बताया कि पाकिस्तान के सबसे 'चौंकाने वाले' वित्त मंत्री ने सीनेट की आर्थिक समिति को बताया है कि चूंकि अफगानिस्तान में इन दिनों डॉलर की लिक्विडिटी खत्म हो रही है, अफगानिस्तान के साथ व्यापार रुपये (पाकिस्तानी रुपये) में हो सकता है.
सोशल मीडिया पर अभियान शुरू
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि पहले भी पाकिस्तान की सीमा से लगे देश के कई शहरों में, मुख्य व्यापार एक्सचेंज पाकिस्तानी रुपये पर आधारित थे, जिस पर कई प्रतिक्रियाएं आईं. शौकत ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और पाकिस्तान अफगान अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में मदद के लिए एक टीम भेजेगा. पझवोक न्यूज ने कहा कि इन रिपोर्ट के बाद, अफगानों ने 'अफगानी हमारी राष्ट्रीय पहचान है' शीर्षक से एक सोशल मीडिया अभियान शुरू किया.
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ये नारे हो रहे वायरल
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने नारे शेयर किए, जैसे- 'हम अफगानिस्तान के निवासी हैं, अफगानी हमारी राष्ट्रीय पहचान है और अफगानी करेंसी का उपयोग करना हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है.' सोशल मीडिया यूजर अब्दुल करीम ने एक ट्वीट में लिखा, 'मैं अपना देश खुद बनाऊंगा, इसलिए मैं अपने देश की करेंसी का उपयोग करूंगा. अफगानिस्तान में हर लेनदेन अफगान मुद्रा पर होना चाहिए.' एक अन्य सोशल मीडिया यूजर मोहम्मद सईद ने तालिबान को संबोधित करते हुए कहा, 'अफगानियों का अस्तित्व पूरी तरह से आप पर निर्भर है, अगर यहां (अफगानिस्तान) अफगानी की जगह पाकिस्तानी रुपये आए, तो इसकी जिम्मेदारी आप पर होगी और अफगान आपको जवाबदेह ठहराएंगे.' कई तालिबान समर्थकों ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त की.
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