पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को रवींद्रनाथ टैगोर के एक प्रसिद्ध उद्धरण का श्रेय गलत तरीके से लेबनानी-अमेरिकी कवि खलील जिब्रान को देने पर ट्रोल किया गया.
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इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भारतीय कवि और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के एक प्रसिद्ध उद्धरण का श्रेय गलत तरीके से लेबनानी-अमेरिकी कवि खलील जिब्रान को देने पर बुधवार को ट्रोल किया गया. खान ने एक प्रेरणादायक उद्धरण साझा किया था जिसका श्रेय उन्होंने लेबनानी-अमेरिकी कवि खलील जिब्रान को दे दिया. उनकी इस गलती पर लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया.
उनके द्वारा साझा किया गया प्रेरणादायक उद्धरण था, ‘‘मैं सोया और सपना देखा कि जीवन आनंद है. मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है. मैंने सेवा की और पाया कि सेवा आनंद है.’’ इस ट्वीट पर 23 हजार लाइक मिले और पांच हजार से अधिक लोगों ने इसे रीट्वीट किया जबकि दो हजार से अधिक लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया दी. इस ट्वीट के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘‘जो भी लोग जिब्रान के शब्दों में ज्ञान को खोजते हैं और उसे पा लेते हैं, वे कुछ इस तरह संतोष का जीवन भी पा लेते हैं.’’
Those who discover and get to understand the wisdom of Gibran's words, cited below, get to live a life of contentment. pic.twitter.com/BdmIdqGxeL
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) June 19, 2019
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इससे पहले हाल ही में इमरान खान एससीओ की बैठक के दौरान भी सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए थे. किर्गिस्तान की राजधानी में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ (SCO) शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने राजनयिक प्रोटोकॉल तोड़ दिया था. मौका था सम्मेलन के उद्घाटन समारोह का. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा किए गए एक वीडियो में इस दौरान खान को समारोह में बैठे देखा गया, जबकि बाकी सभी देशों के प्रमुखों के हॉल में प्रवेश करने के दौरान लोग उनके स्वागत के लिए खड़े थे.
उद्घाटन समारोह के दौरान सभी देशों के प्रमुख एक-एक कर हॉल में प्रवेश कर रहे थे. इस दौरान वहां मौजूद सभी लोग खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत कर रहे थे. हालांकि इस दौरान केवल इमरान खान ही अकेले ऐसे शख्स थे, जो कुर्सी पर बैठे थे. हालांकि उन्हें थोड़ी देर बाद यह समझ में आ गया कि पूरे समारोह में अकेले वह ही हैं, जो वहां बैठे हुए हैं और बाकी सभी खड़े हुए हैं. इसके तुरंत बाद वह खड़े हुए, लेकिन फिर बैठ गए.
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उससे पहले खान ने इस महीने की शुरुआत में सऊदी अरब में आयोजित 14वें ओआईसी शिखर सम्मेलन में भी उन्होंने राजनयिक प्रोटोकॉल तोड़ा था. सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज के साथ शिखर बैठक के दौरान इमरान खान ने किंग के दुभाषिये से बात की थी और यह संदेश का सऊदी किंग को अनुवादित किए जाने से पहले ही वह वहां से चले गए थे. इस वीडियो को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया था और खान की आलोचना की गई थी.
(इनपुट: एजेंसियां)