'पुत्रमोह' में घिर गए पाकिस्तान के राष्ट्रपति, इस ट्वीट को लेकर उठ रहे सवाल
Advertisement

'पुत्रमोह' में घिर गए पाकिस्तान के राष्ट्रपति, इस ट्वीट को लेकर उठ रहे सवाल

बेटे के बिजनेस का प्रचार करने के लिए अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति सवालों से घिर गए हैं.

पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी (फाइल फोटो).

नई दिल्ली: पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी पर अपने निजी हितों के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने के आरोप लग रहे हैं. अल्वी पर अपने पद का इस्तेमाल अपने पारिवारिक व्यवसाय को लाभ पहुंचाने के लिए किए जाने के आरोप लग रहे हैं. अल्वी ट्विटर पर अपने बेटे को विदेशी निवेश लाने के लिए बधाई देने के बाद इस विवाद में घिर गए हैं. 

  1. पाकिस्तान के राष्ट्रपति पर डॉ अल्वी आरोप
  2. बेटे के बिजनेस के प्रचार का आरोप
  3. पद का दुरुपयोग करने का लग रहा आरोप

क्या है मामला?

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के राष्ट्रपति के बेटे, डॉ अवाब अल्वी ने हाल ही में ट्विटर पर यह घोषणा की है कि उनके पारिवारिक व्यवसाय, अल्वी डेंटल ने ब्रिंगिंग स्माइल्स यूएसए के साथ एक एमओयू साइन किया है. अल्वी ने लिखा कि समझौते के तहत दोनों कंपनियां पाकिस्तान में सस्ती डेंटल केयर की सुविधा देने के लिए डेंटल क्लीनिक की एक चेन खोल रही हैं. एमओयू पर साइन की तस्वीर के बाद से पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर इस मामले की व्यापक रूप से चर्चा हो रही है, जिसमें राष्ट्रपति की उपस्थिति दिखाई दे रही है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा अपने पारिवारिक व्यवसाय को लाभ पहुंचाने के लिए अपने आधिकारिक पद का उपयोग करने के बारे में सवाल उठाए जा रहे हैं, जबकि अन्य ने तर्क दिया कि यह केवल एक पारिवारिक दायित्व था.

यह भी पढ़ें; कृषि कानून वापस लेने के बाद सरकार का एक और कदम, MSP पर बन सकती है बात!

2018 तक डेंटिस्ट के तौर पर किया काम

अल्वी डेंटल राष्ट्रपति के बेटे द्वारा संचालित एक प्राइवेट डेंटल क्लीनिक बिजनेस है, जहां से 2018 में राष्ट्रपति नियुक्त होने के बाद डॉ. आरिफ अल्वी ने इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, क्लीनिक की वेबसाइट अभी भी राष्ट्रपति को एक डेंटिस्ट और 'हमारी टीम' के हिस्से के रूप में रखा गया है. जियो न्यूज के मुताबिक, कराची के एक वरिष्ठ वकील ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यह हितों के टकराव के बुनियादी सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है. इसके अलावा, गवर्नर हाउस का उपयोग और राष्ट्रपति की उपस्थिति राज्य के संसाधनों का अवैध उपयोग और राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो अध्यादेश, 1999, धारा 9 (ए) (4) के तहत एक अपराध है.

LIVE TV

Trending news