जिस TLP चीफ पर 100 से ज्यादा केस उसे आतंकी नहीं मानता पाकिस्तान, इस लिस्ट से हटाया
Advertisement

जिस TLP चीफ पर 100 से ज्यादा केस उसे आतंकी नहीं मानता पाकिस्तान, इस लिस्ट से हटाया

जिस TLP चीफ पर आतंकवाद सहित 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं, उसे पाकिस्तान की पंजाब सरकार आतंकी नहीं मानती. सरकार ने इस्लामिक संगठन के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी को आतंकवादियों की लिस्ट से हटा दिया है. सरकार ने इस संबंध में एक अधिसूचना भी जारी की है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान  (फाइल फोटो).

इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) ने इस्लामिक संगठन TLP के सामने पूरी तरह सरेंडर कर दिया है. जिस TLP चीफ पर आतंकवाद सहित 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं, उसे पंजाब सरकार ने आतंकवादियों की लिस्ट से हटा दिया है. तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) प्रमुख साद हुसैन रिज्वी (Saad Hussain Rizvi) का नाम इस सूची से बाहर करके पाकिस्तान ने साफ कर दिया है कि आतंकियों के सामने घुटने टिकने की उसकी परंपरा कायम है.  

  1. पंजाब सरकार ने जारी की अधिसूचना
  2. साद हुसैन रिज्वी को आतंकी नहीं मानती सरकार
  3. आतंकवाद सहित कई गंभीर केस हैं दर्ज
  4.  

दर्ज Case भी वापस लेगी सरकार?

TLP ने हाल ही में पाकिस्तान की इमरान खान (Imran Khan) सरकार पर भारी दवाब बनाया था. टीएलपी ने कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किए थे और इस दौरान पुलिस के साथ उसकी हिंसक झड़प भी हुई थी. हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि क्या पंजाब सरकार TLP चीफ साद हुसैन रिज्वी (Saad Hussain Rizvi) पर चल आतंकवाद सहित अन्य मामलों में दर्ज केस वापस लेगी? 

ये भी पढ़ें -इस्लामाबाद में बनेगा पहला हिंदू मंदिर, आलोचना के बाद ठिकाने आई इमरान की अक्ल

12 अप्रैल को किया गया था अरेस्ट 

पंजाब सरकार की तरफ से जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि रिज्वी का नाम चौथे शिड्यूल से हटा दिया गया है. रिज्वी को 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. उस पर टीएलपी के हिंसक विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाने का आरोप था. पंजाब सरकार से जुड़े एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि रिज्वी पर 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं. इसमें आतंकवाद, हत्या, हत्या की कोशिश सहित अन्य केस शामिल हैं.

Imran Khan से हुआ गुप्त एग्रीमेंट!

साद हुसैन रिज्वी को आतंकवादियों की लिस्ट से बाहर किए जाने के इस फैसले के बारे में कहा जा रहा है कि इमरान खान सरकार ने टीएलपी सरकार के साथ गुप्त एग्रीमेंट किया है. संघीय सरकार ने पहले ही टीएलपी से प्रतिबंध हटा लिया है. पिछले हफ्ते ही हजारों TLP कार्यकर्ताओं ने लाहौर से करीब 150 किलोमीटर दूर वजीराबाद में प्रदर्शन किया था. टीएलपी फ्रांस के राजदूत को निकलाने की मांग कर रहा है. संगठन राजदूत द्वारा पैंगम्बर मुहम्मद पर की गई टिप्पणी से नाराज है.

 

Trending news