PAK के वित्त मंत्री ने लगाई गुहार
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार ने एशिया के अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के विजिटिंग डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी रॉबर्ट कैप्रोथ के साथ मुलाकात के दौरान यह गुजारिश की. दरअसल लोन (Loan) का कार्यक्रम महीनों से रुका हुआ है और आने वाले चुनाव के साथ देश में तनावपूर्ण राजनीतिक माहौल के बीच पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) सरकार को ऋणदाताओं की शर्तों को लागू करने में मुश्किल हो रही है.
ज्यादा टैक्स लगाया तो हो सकती है बगावत!
सरकार एक दुविधा में है क्योंकि पहले से ही बोझ से दबे नागरिकों पर अधिक कर लगाने से सत्तारूढ़ गठबंधन अधिक कठिन स्थिति में आ जाएगा. मुद्रास्फीति अब तक के उच्च स्तर पर है और विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है.
हर हाल में चाहिए आईएमएफ की मदद
जियो न्यूज ने बताया कि मित्र देशों ने इस्लामाबाद को यह भी बताया है कि आईएमएफ की ऋण सुविधा से आर्थिक स्थिरता के लिए जरूरी वित्तीय मदद के अन्य स्रोत खुल जाएंगे. डार ने कप्रोथ का स्वागत किया और उन्हें देश के आर्थिक द्रष्टिकोण के बारे में जानकारी दी.
कमजोर विरासत का हवाला
उन्होंने उन्हें अवगत कराया कि सरकार को एक कमजोर अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है और चुनौतीपूर्ण आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद, आर्थिक विकास और विकास को प्राप्त करने के लिए ऊर्जा क्षेत्र और पूंजी बाजार सहित सभी क्षेत्रों में सुधार को शुरू कर सही दिशा में चीजों को ठीक करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
वित्त मंत्री ने उन्हें अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करते हुए अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर लाने सहित सरकार की आर्थिक प्राथमिकताओं से भी अवगत कराया.
इनपुट: IANS
भारत की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं