Pakistan Anxious Over India's Step: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में परिसीमन (Delimitation) को लेकर जारी की गई अंतिम रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है. बता दें कि पाकिस्तान ने इस परिसीमन आयोग की रिपोर्ट (Report) को सिरे से नकार दिया है.


सीमाओं को करना था दोबारा निर्धारित


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भारत सरकार (Indian Government) इस कदम के चलते जम्मू-कश्मीर के विधान सभा और संसद के क्षेत्रों की सीमाओं को दोबारा से निर्धारित करना चाहती थी. बता दें कि इस परिसीमन के बाद जम्मू (Jammu) में 43 और कश्मीर (Kashmir) में 47 सीटें होंगी. इस पर पाकिस्तान का आरोप है कि आयोग का एक ही उद्देश्य है. परिसीमन आयोग जम्मू-कश्मीर की मुस्लिम आबादी को बेदखल और कमजोर करना चाहता है.


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पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान


पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय (Pakistani Foreign Ministry) ने एक बयान जारी कर इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि पूरा प्रोसीजर हास्यास्पद था क्योंकि कश्मीर की पॉलिटिकल पार्टीज ने इसे पहले ही नकार दिया था. विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि भारत 5 अगस्त 2019 की अपनी कानून विरोधी एक्टिविटी को वैध साबित करना चाहता है. कश्मीर मुद्दा आजादी के बाद से ही भारत-पाकिस्तान के बीच विवाद (Dispute Between India And Pakistan) का कारण रहा है.


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'मुस्लिमों के प्रतिनिधित्व को करना चाहता है कम'


पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि भारत दोबारा निर्धारित किए गए इन क्षेत्रों से मुस्लिमों (Muslims) को कम करना चाहता है. ऐसा भी कहा गया कि हिंदुओं (Hindus) को चुनाव में ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया जाएगा जो कि मुस्लिमों के लिए खतरनाक हो सकता है. पाकिस्तान का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में ऐसे अवैध बदलावों (Illegal Changes) से भारत को बचना चाहिए. 


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