रूस के बजाय यूक्रेन से बोले PAK के मंत्री- पीछे हटाओ सेना, बातचीत से खत्म करो जंग
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रूस के बजाय यूक्रेन से बोले PAK के मंत्री- पीछे हटाओ सेना, बातचीत से खत्म करो जंग

Pakistan urges for De-escalation: कुरैशी ने यूक्रेन में फंसे पाकिस्तानी छात्रों और नागरिकों को सुरक्षित निकालने पर विदेश मंत्री कुलेबा से चर्चा की. अपनी बाचचीत में उन्होंने यूक्रेन का आभार जताते हुए जो सीख दी उसकी चर्चा जोर-शोर से हो रही है.

फाइल फोटो

इस्लामाबाद: कर्ज के दलदल में धंसे पाकिस्तान (Pakistan) की खस्ता हालत का जिम्मेदार खुद उसके नेता हैं. अपनी डांवाडोल होती कुर्सी को संभालने की जुगत में लगे जनप्रतिनिधियों की बात करें तो पीएम इमरान खान (Imran Khan) हों या उनकी कैबिनेट का कोई और मंत्री अक्सर अपने बयानों से खुद की फजीहत और देश की किरकिरी करवा ही लेते हैं. ताजा मामला विदेश मंत्रालय से जुड़ा है. जहां यूक्रेन (Ukraine) को लेकर दिया गया शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) का एक बयान पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रहा है.

  1. पाकिस्तान के मंत्री का गजब ज्ञान
  2. यूक्रेन के विदेश मंत्री को दी सलाह
  3. जानें इस्लामाबाद के पाला बदलने की वजह

रूस का करीबी दिखाने की बेकरारी

इमरान खान (Imran Khan) यूक्रेन (Ukraine) पर रूस के हमले के बीच मॉस्को से लौटे हैं. रूस आने जाने से लेकर अभी तक वो लगातार खुद को व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का नजदीकी बताने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे बयानों के जरिए वो मुल्क की जनता को अपनी काबिलियत भी दिखाना चाहते हैं. पाकिस्तान को रूस का करीबी दिखाने की बेकरारी में अब उनके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नया करतब दिखाते हुए यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा (Dmytro Kuleba) को शांति का पाठ पढ़ाने की कोशिश की है.

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कुरैशी का कूटनीतिक ज्ञान

मीडिया वेबसाइट 'डॉन' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने यूक्रेनी समकक्ष को फोन करके लामबंदी को खत्म करने (De-escalation) के फायदे समझाते हुए कहा, 'डिप्लोमेसी के जरिए किसी भी टकराव को टाला जा सकता है. जंग से किसी का भला नहीं होता क्योंकि विकासशील देशों को जंग की कीमत हमेशा अपनी इकोनॉमी को होने वाले बहुत बड़े नुकसान के रूप में चुकानी पड़ती है.'

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पाला बदलने की वजह

पाकिस्तान के यूक्रेन के साथ संबंध पहले बेहतर थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुतिन के यूक्रेन पर हमले के समय पाकिस्तान ने फौरन पाला बदल दिया है. पाकिस्तान को लगता है कि इस जंग में रूस ही जीतेगा. ऐसे में उसकी नजरें आने वाले वक्त में रूस (Russia) को खुलकर दिए हालिया समर्थन के बदले आर्थिक मदद हासिल करने पर है. दरअसल चीन (China) पहले ही हर फोरम पर रूस के पक्ष में बोल रहा है. इसी से सबक लेकर इस्लामाबाद से खुलकर रूस के पक्ष में जमकर बयानबाजी हो रही है.

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