भारतीय डिप्लोमेट स्नेहा दुबे के तीखे वार से तिलमिलाया पाक, बचाव में दिया बेतुका बयान
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भारतीय डिप्लोमेट स्नेहा दुबे के तीखे वार से तिलमिलाया पाक, बचाव में दिया बेतुका बयान

पाकिस्‍तानी प्रतिनिधि ने दावा किया है कि जम्‍मू-कश्‍मीर एक अंतरराष्‍ट्रीय विवाद है और इसका अंतिम फैसला संयुक्‍त राष्‍ट्र के प्रावधानों और सुरक्षा परिषद की ओर से पारित प्रस्‍तावों के मुताबिक किया जाना चाहिए.

(फोटो साभार: ANI)

न्यूयॉर्क: अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेइज्जती कराने वाला पाकिस्तान (Pakistan) बौखला गया है. भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा दुबे ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में जिस तरीके से पाकिस्तान (Pakistan) की असलियत दुनिया को बताई, उसे पाकिस्तान बर्दाश्त नहीं कर पा रहा और अब भारत पर भड़ास निकाल रहा है. अब संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रतिनिधि साइमा सलीम ने भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू दिया है.

  1. यूएनजीए में हुआ बेनकाब तो बौखलाया पाकिस्तान
  2. भारतीय डिप्लोमेट स्नेहा दुबे ने किए थे तीखे वार
  3. पाकिस्तानी प्रतिनिधि साइमा सलीम का बेतुका बयान

कश्मीर मुद्दे पर बौखलाहट

भारतीय डिप्लोमेट स्नेहा दुबे के तीखे हमले से पाकिस्तान परेशान हो उठा है. स्नेहा के तेवर देख पाकिस्तान इतना बौखला गया कि उसने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मसला बताना शुरू कर दिया है. यूनाइटेड नेशंस (UN) में पाकिस्तान की डिप्लोमेट साइमा सलीम ने कश्मीर को 'द्विपक्षीय' नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मामला बताया है. जबकि, भारत हमेशा इसे अंदरूनी मसला बताता रहा है, क्योंकि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है.

इस बात पर लगी मिर्ची

असल में शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने कश्मीर मुद्दे पर हमेशा की तरह बेबुनियादी राग अलापा था, जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद का संरक्षक और अल्पसंख्यकों का दमन करने वाला बताया. भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने शुक्रवार को कहा था, 'पाकिस्तान इस उम्मीद में अपने बैकयार्ड में आतंकवादियों का पोषण करता है कि वे केवल उसके पड़ोसियों को नुकसान पहुंचाएंगे. हमारा क्षेत्र, वास्तव में, पूरी दुनिया को उनकी नीतियों के कारण नुकसान उठाना पड़ा है.'

बताया था इमरान का झूठ

स्नेहा दुबे0 ने कहा था, 'आज, पाकिस्तान में अल्पसंख्यक, सिख, हिंदू, ईसाई, अपने अधिकारों के लगातार हनन के भय और राज्य प्रायोजित दमन में जी रहे हैं. यह एक ऐसा शासन है जहां यहूदी-विरोधीवाद को इसके नेतृत्व द्वारा सामान्य करार दिया जाता है और यहां तक कि इसे उचित भी ठहराया जाता है.' दुबे ने कहा, 'यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के नेता ने मेरे देश के खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रदान किए गए प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग किया है, और दुनिया का ध्यान अपने देश की दुखद स्थिति से हटाने की कोशिश कर रहा है जहां आतंकवादी फ्री पास का आनंद लेते हैं.' साथ ही मजबूती से कहा, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा थे, हैं और रहेंगे. पाकिस्तान अपने अवैध कब्जे वाले सभी इलाकों को तुरंत खाली कर दे.

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पाकिस्तान की बौखलाहट?

इस जवाब से पाकिस्तान अब इतना परेशान हो गया है कि कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तानी डिप्लोमेट कह रही हैं, 'भारत एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विवादित क्षेत्र पर कब्जा किए हुआ है, जिसका अंतिम निर्णय संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में एक स्वतंत्र और निष्पक्ष जनमत संग्रह के लोकतांत्रिक सिद्धांत के अनुसार तय किया जाना है, जैसा कि सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों के तहत प्रदान किया गया है.' 

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