VIDEO: पाकिस्तानी छात्र बोला- इमरान सरकार शर्म करे और भारत से कुछ सीखे
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VIDEO: पाकिस्तानी छात्र बोला- इमरान सरकार शर्म करे और भारत से कुछ सीखे

पाकिस्तान की सरकार ने यह फैसला किया है कि वह अपने नागरिकों को चीन से नहीं निकालेगा.

चीन के वुहान से 96 घंटों में 647 भारतीयों को दिल्ली लाया गया. (फोटो: ANI)

बीजिंग/नई दिल्ली: चीन में नोवेल कोरोनावायरस (Coronavirus) से मरने वाले लोगों की संख्या 304 पहुंच गई है. वहीं इससे संक्रमित लोगों की संख्या 14,380 हो गई है. चीन के वुहान (Wuhan) से 96 घंटों में 647 भारतीयों को दिल्ली लाया गया. मालदीव के 7 नागरिक भी लाए गए हैं. भारतीय छात्रों को घर वापस जाता देख चीन में फंसे पाकिस्तानी भी अपने देश की सरकार से गुहार लगा रहे हैं. जबकि पाकिस्तान की सरकार ने यह फैसला किया है कि वह अपने नागरिकों को नहीं निकालेगा.

इस ऐलान के बाद मुल्क की इमरान सरकार को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. जब भारतीय छात्रों और नागरिकों को निकालने के लिए एयर इंडिया का विमान वुहान पहुंचा तो पाकिस्तानी छात्रों की सब्र का बांध टूट गया. इसका उदाहरण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को देख कर लगाया जा सकता है.

कुछ सीखो इंडिया से
इस वीडियो में एक पाकिस्तानी छात्र कह रहा है, ''जो आप यहां खड़े हुए लोग देख रहे हैं, ये इंडियन स्टूडेंट्स हैं. यह बस इनकी एम्बेसी (दूतावास) की ओर से भेजी गई है. वुहान की एक यूनिवर्सिटी से इन छात्रों को एयरपोर्ट ले जाया जाएगा और वहां से उन सबको घरों तक पहुंचाया जाएगा. बांग्लादेश वाले भी आज यहां से घर पहुंचाए जाएंगे. एक हम हैं पाकिस्तानी, जो फंसे हुए हैं जिनकी सरकार कहती है कि आप जिंदा रहो या मरो, भले ही संक्रमित हो जाओ. हम आपको न स्वदेश ले जाएंगे और न ही कोई सुविधा देंगे. आपको शर्म आनी चाहिए पाकिस्तान, कुछ सीखो इंडिया से कि किस तरह वह अपने नागरिकों को ख्याल रखती है.''

इमरान सरकार का ध्यानाकर्षण करने के लिए चीन में फंसे पाकिस्तानी छात्रों और नागरिकों ने वीडियो रिकॉर्ड करके सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं. उनकी मांग है कि पीएम इमरान खान को तत्काल कार्रवाही करनी चाहि.

उड़ानों  पर रोक
पाकिस्तान ने अपने लोगों को चीन से न लाने का यह फैसला तब लिया है जब उसके चार नागरिक चीन में कोरोना वायरस से ग्रसित हो चुके हैं.  वहीं, सतर्कता बरतते हुए पाकिस्तान ने चीन आने और जाने वाली सभी उड़ानों पर भी 2 फरवरी तक के लिए रोक लगा दी है. इस वजह से भी पाकिस्तानी नागरिक चीन में फंसे हुए हैं.

पाकिस्तान ने यह फैसला लिया
एक सीनियर अफसर ने कहा कि  चीन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के उद्देश्य से पाकिस्तान ने यह फैसला लिया है. प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक डॉ. जफर मिर्जा दावा है कि है कि पाकिस्तान चीन से अपने नागरिकों को नहीं निकालने का फैसला WHO के सुझावों पर अमल करते हुए ही लिया है.

यात्रा प्रतिबंध की ऐसी ही घोषणा
कुछ देशों ने चीन से आने वाले लोगों के लिए अपने देश की सीमा प्रतिबंधित कर दी है, ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके. अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि वे हाल-फिलहाल चीन से आने वाले किसी भी विदेशी को देश में प्रवेश नहीं होने देंगे. वहीं अन्य देश न्यूजीलैंड, रूस, जापान, पाकिस्तान और इटली ने भी यात्रा प्रतिबंध की ऐसी ही घोषणा की है.

अस्पताल से छुट्टी
नेशनल हेल्थ कमिशन ने कहा कि 2,110 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है, जबकि 19544 लोगों की इससे संक्रमित होने की संभावना है. वहीं कुल 328 लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

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