हांगकांग में चीन प्रत्यर्पण कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुआ हिंसात्मक
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हांगकांग में चीन प्रत्यर्पण कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुआ हिंसात्मक

आयोजकों ने बताया कि यह हांगकांग में साल 1997 के बाद अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन था. इसमें 10 लाख सो अधिक लोगों ने भाग लिया. 

इसके विरोध में शहर के विभिन्न वर्गों के लोग एकजुट हो गए हैं.

नई दिल्ली: चीन के नए प्रत्यर्पण कानून के विरोध में हांगकांग में बड़ा शांतिपूर्ण प्रदर्शन सोमवार तड़के पुलिस की कार्रवाई के बाद हिंसात्मक हो गया. 

आयोजकों ने बताया कि यह हांगकांग में साल 1997 के बाद अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन था. इसमें 10 लाख सो अधिक लोगों ने भाग लिया. इससे पहले साल 1997 में हांगकांग को चीन को सौंपे जाते समय सबसे बड़ा प्रदर्शन किया गया था.

आयोजकों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सरकार से प्रत्यर्पण कानून की अपनी योजना को वापस लेने की मांग की.

गौरतलब है कि हांगकांग के चीन समर्थक नेता एक विधेयक पर जोर दे रहे हैं जिसमें आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए उन्हें चीन प्रत्यर्पित किए जाने का प्रावधान है लेकिन इस प्रस्ताव को लेकर काफी हंगामा मचा और इसके विरोध में शहर के विभिन्न वर्गों के लोग एकजुट हो गए हैं. 

शांतिपूर्ण प्रदर्शन आधी रात को उस समय हिंसात्मक हो गया जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए कार्रवाई की. प्रदर्शनकारियों ने संसद के बाहर रात भर प्रदर्शन करने का संकल्प लिया था. पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रदर्शनकारियों ने बोतलें फेंकी.

रविवार देर रात जारी बयान में सरकार ने समझौते के कोई संकेत ना देते हुए सांसदों से अपील की कि विधेयक को बुधवार को दूसरी बार पढ़ा जाए.

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