संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने पाकिस्तानी पायलटों पर संदिग्ध फ्लाइंग लाइसेंस, फर्जी डिग्री, नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे तमाम आरोपों के चलते अपने स्टाफ को पाकिस्तान की रजिस्टर्ड फ्लाइट (Pakistan-registered air operators) में सफर न करने को कहा है.
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इस्लामाबादः संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने अपने सभी स्टाफ को पाकिस्तान में रजिस्टर्ड एयरलाइन (Pakistan-registered air operators) में यात्रा न करने की चेतावनी दी है. दरअसल, संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान के पायलटों पर संदिग्ध फ्लाइंग लाइसेंस, फर्जी डिग्री, नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे तमाम आरोपों के चलते अपने स्टाफ को पाकिस्तान की रजिस्टर्ड फ्लाइट में सफर न करने को कहा है. बता दें कि पाकिस्तानी एयरलाइन सर्विस पिछले साल कराची में हुए प्लेन क्रैश के बाद से विवादों में हैं. जहां पर ऐसे तमाम पायलट्स हैं जिनके पास फर्जी लाइसेंस हैं और ऐसी एयरलाइन्स से यात्रा करना अपनी जान जोखिम में डालना है.
संयुक्त राष्ट्र सिक्योरिटी मैनेजमेंट सिस्टम (UNSMS) ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है, ''सिविल एविएशन अथॉरिटी (CAA) की फर्जी लाइसेंस को लेकर जारी जांच चल रही है लिहाजा पाकिस्तान में रजिस्टर्ड एयर ऑपरेटरों के इस्तेमाल के लिए चेतावनी दी जा रही है.'' संयुक्त राष्ट्र ने UN डेवलपमेंट प्रोग्राम, विश्व स्वास्थ्य संगठन, UN शरणार्थी उच्चायोग, खाद्य एवं कृषि संगठन (UN Development Programme Food and Agriculture Organization) जैसे तमाम एजेंसियों को पाकिस्तान के रजिस्टर्ड विमान में सफर न करने की सलाह दी है.
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यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी (EASA) ने जुलाई 2019 में सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों में उड़ानें संचालित करने के लिए PIA के प्राधिकरण को निलंबित कर दिया था. निलंबन के बाद जांच में पता चला है कि PIA के सैकड़ों पायलट्स संदिग्ध थे.
पाकिस्तान के उड्डयन मंत्री सरवर खान खुद भी ये कह चुके हैं कि देश में बड़ी संख्या में पायलटों के पास फर्जी लाइसेंस हैं. पिछले साल एक जांच में पता चला है कि पाकिस्तान के 860 एक्टिव पायलट्स में से 262 के पास या तो फर्जी लाइसेंस थे या उन्होंने अपने एग्जाम में चीटिंग की थी. उन्होंने कहा था कि इन पायलट्स ने अगर कभी एग्जाम दिया होता तो प्लेन उड़ाने का सही अनुभव होता.
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गौरतलब है कि सितंबर 2020 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) ने फर्जी डिग्री, नशीले पदार्थों की तस्करी और खराब प्रदर्शन के कारण 74 और कर्मचारियों को बर्खास्त किया था. तब तक PIA कुल 177 कर्मचारियों को बर्खास्त कर चुकी थी. इससे पहले कुछ पायलटों पर भी कार्रवाई की गई थी. हालांकि, कुछ समय बाद पाकिस्तान ने सस्पेंड किए गए 141 पायलटों में से 110 को फिर से विमान उड़ाने की इजाजत दे दी थी.
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पिछले साल मई में कराची एयरपोर्ट के पास एक रिहायशी इलाके में विमान क्रैश होने के बाद पाकिस्तानी एयर सेवा में फर्जीवाड़े और लापरवाही के कई मामले आए थे. PIA के अधिकारियों ने ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार को बताया था कि बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में 27 को फर्जी डिग्री, 31 को अनधिकृत गतिविधियों, छह को नियमों का पालन नहीं करने, चार को संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, एक को नशीले पदार्थों की तस्करी और तीन को सरकारी रिकार्ड की चोरी के लिए बर्खास्त किया गया है. इनके अलावा भी तमाम पायलट्स पर कार्रवाई हुई.