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गोधन अर्क से स्वास्थ्य में फर्क

गोधन अर्क से स्वास्थ्य में फर्क
By admin | Updated : May 16, 2022 , 10:39 am IST

हमारे पूर्वजों की ज़िन्दगी के मुकाबले में आज की हमारी जीवनशैली काफी ज़्यादा व्यस्त और अनियमित हो चुकी है। काम का स्ट्रेस बढ़ता जा रहा है और बहुत लोगों के काम का समय अनिश्चित होता है। इसी कारण लोगों का भोजन करने का समय भी अनियमित होता जा रहा है, और साथ ही भोजन के नाम पे जंक फूड्स का सेवन बढ़ रहा है। पिछले कई दशकों में भारत में दिल से सम्बंधित बीमारीयों में बढ़त हुई है। भोजन का अनियमित समय, ऑयली और जंक फूड्स के कारण कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, बदहजमी, त्वचा के रोग, मोटापा जैसे कई तकलीफें होती हैं। इन सबका परिणाम हमारे दिल, लिवर और पाचन तंत्र के ऊपर सबसे ज़्यादा होता है। वक्त रहते शरीर को अंदर से साफ़ (detoxify) न किया जाये, तो हार्ट अटैक आने की आशंका बढ़ जाती है। हम हमारा कार्यकाल समय तो आसानी से नहीं बदल सकते, परन्तु हम अपने शरीर का ध्यान सहजता से रख सकते हैं।

अनियमित भोजन करने से वात, पित्त और कफ का दोष बिगड़ जाता है। त्रिदोष को संतुलित करने के लिए प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का सेवन लाभदायक होता है। यूरिया के सेवन से त्वचा की कई समस्याओं से राहत मिलती है। क्रिएटिन का सही मात्रा में सेवन करने से शरीर में अंदरूनी शक्ति बढ़ जाती है। पांगविक अम्ल (carbolic acid) की मदद से घावों पर कीटाणुओं का विनाश होता है, जिससे ज़ख्म बहुत जल्दी ठीक हो जाती है। शरीर में कैल्शियम यदि अनुकूल मात्रा में हो, तो हड्डियां मज़बूत रहती हैं। कैल्शियम की वजह से दिल की बीमारी, डायबिटीज और उच्च रक्त चाप (high blood pressure) से सुरक्षा मिलती है। मैंगनीज का सही मात्रा में सेवन करने से मेटाबोलिज्म सुधर जाता है, जिससे पाचन सम्बंधित तकलीफों से राहत मिलती है। इसके अलावा मैंगनीज की वजह से शरीर में ब्लड शुगर की मात्राएं संतुलित हो जाती हैं, और डायबिटीज के मरीज़ों को थोड़ी राहत प्राप्त हो सकती है।

शरीर में किसी भी समस्या के चलते लोग अक्सर अपना रुख दवाइयों की तरफ मोड़ देते हैं, जिसके कारण साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। यदि नैसर्गिक औषधियों का सेवन किया जाये, तो साइड-इफेक्ट्स होने की सम्भावना बहुत ही कम होती है। हमारा शरीर प्रकृति की देन है, और इसी कारण सभी शारीरिक समस्याओं का निवारण भी प्रकृति ही दे सकती है। प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के सेवन से लगभग हर बीमारी को ठीक किया जा सकता है।

पतंजलि का दिव्य गोधन अर्क आयुर्वेदिक विज्ञान का परिणाम है। उपर्युक्त सभी तत्त्व गोधन अर्क में उपलब्ध है। पतंजलि का दिव्य गोधन अर्क रिसर्च और एविडेंस बेस्ड प्रकृति जड़ी-बूटियों का मिश्रण है, जिसके सेवन से दिल से सम्बंधित रोगों से रहत मिल सकती है।