उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भारी बारिश से सात लोगों की मौत हो गई है. देहरादून के कई इलाकों में भारी बारिश की वजह से जगह-जगह पानी भर गया है. रिस्पना नदी के रौद्र रूप ने काफी नुकसान पहुंचाया है.
कुमाऊं के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले में भारी बारिश लगातार तबाही मचा रही है. पिथौरागढ़ में भी भारी बारिश से जन-जीवन पूरी तरीके से अस्त-व्यस्त हो गया है. आसमान से बरसने वाली इस आफत से जिले की नाचनी में राम गंगा नदी अपने पूरे उफान पर आ गई है.
नदी के बढ़ते जलस्तर से रामगंगा पुल बह गया है. वहीं, नदी का पानी रिहायशी इलाके में आ जाने से यहां पर धीरे-धीरे खतरा बढ़ने लगा है. आफत की इस बारिश में एक जेसीबी मशीन और दो कारें भी बह गईं हैं.
बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लाक की सीमा से लगे तल्ला जोहार में बारिश ने सड़कों को मलबे से पाट दिया. नाचनी के बजेला गांव के पास एक पैदल पुल बह गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
कपकोट चकतरी को जाने वाले रास्ते में बारिश का मलबा आने से मकानों को खतरा हो गया और सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा. कई गाड़ियां पानी के तेज बहाव के चलते मलबे में ही दब गई और कुछ सरयू नदी में बह गई.
लाडपुर में तो एक कार पानी के तेज बहाव में बह गई. बताया जा रहा है कि जो गाड़ी पानी के तेज बहाव में बही, उस वक्त उस गाड़ी में कोई सवार नहीं थी.
मौसम विभाग ने देहरादून समेत पहाड़ी ज़िलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया हुआ है. भारी बारिश के चलते मसूरी से टिहरी आने वाली सड़क पर सुरकंडा के पास पहाड़ियों से मलबा और पत्थर आने से मार्ग बंद हो गया है.
बारिश की वजह से श्रीनगर-उत्तरकाशी राज्यमार्ग 15 बंद हो गया है, जिससे यात्री काफी परेशान हैं. पिपलडाली रजाखैत के बीच भारी मलबा आने से बंद है, रास्ता नहीं खुलने की वजह से लोगों को पैदल ही सफर करना पड़ रहा है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़