अमृतसर हादसा: ट्रेन की चपेट में आकर पिता की मौत, गोद में रहा 10 माह का बच्चा ऐसे बचा
यहां हम आपको देश के अखबारों में छपी अन्य खबरों से रू-ब-रू करवा रहे हैं.
अमृतसर के जोड़ा रेल फाटक पर दशहरे के दिन हुए हादसे में जहां 62 लोग मारे गए, वहीं कुछ ऐसे खुशकिस्मत भी थे जो बाल-बाल बच गए.
ऐसे बची 10 महीने की बच्ची

नई दिल्ली: अमृतसर के जोड़ा रेल फाटक पर दशहरे के दिन हुए हादसे में जहां 62 लोग मारे गए, वहीं कुछ ऐसे खुशकिस्मत भी थे जो बाल-बाल बच गए. इनमें से एक है 10 महीने का बच्चा. जिस समय हादसा हुआ बच्चा अपने का पिता की गोद में था और पास ही उसकी मां भी खड़ी थी. जब रावण दहन के दौरान ट्रेन वहां से गुजरी तो पिता भी उसकी चपेट में आ गया, लेकिन बच्चा उसकी गोद से उछलकर पीछे खड़ी महिला की गोद में गिर गया. हादसे ने बच्चे के सिर से पिता का साया छीन लिया, मां भी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है. 55 वर्षीय मीना देवी ने द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि वह भी ट्रेक पर ही खड़ी थी. ट्रेन आते ही उसे किसी ने धक्का दिया और वह जमीन पर गिर गई. इतने में बच्चा उछलता हुआ आया. वह जमीन पर गिरता इसके पहले ही मीना देवी ने उसे पकड़ लिया. महिला बच्चे को अस्पताल ले जाने से पहले अपने घर ले गई उसे दूध पिलाया.
दहेज नहीं लाईं तो बहुओं को बेचा

मुंबई: विरार इलाके में ससुरालवालों द्वारा दो बहुओं को बेचने का मामला सामने आया है. नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक, ससुरालवालों ने बहुओं को डेढ़ लाख रुपये में इसलिए बेच दिया क्योंकि वो अपने साथ दहेज नहीं लेकर आई थीं. बहुओं को यह बात तब पता चली, जब खरीदने वाला उन्हें राजस्थान से वसई ले आया. पुलिस ने अखबार को बताया कि मामले में पीड़िताओं के पति, सास, ससुर सहित 12 लोग शामिल हैं. 24 वर्षीय पीड़िता ने बताया कि उसकी और उसकी छोटी बहन की शादी एक ही घर में हुई थी. दहेज के लिए दोनों को प्रताड़ित किया जाता था. सितंबर में ससुराल वाले उन्हें राजस्थान ले गए. इसके बाद 10 सितंबर को उन्हें ट्रेन में बिठा दिया और अपने घर जाने को कहा. दूसरे दिन जब ट्रेन वसई पहुंची तो एक आदमी आया और उन्हें मीरारोड चलने के लिए कहने लगा. इस बात पर दोनों बहनों की व्यक्ति से बहस हुई. इसके बाद व्यक्ति ने बताया कि उनके ससुरालवालों ने डेढ़ लाख रुपए में दोनों को बेच दिया है.
'ठांय-ठांय' से इन्कार पर गई कोतवाल की कुर्सी!

नोएडा: उत्तर प्रदेश में ठांय-ठांय एक बार फिर चर्चा में है. चर्चा इस बार गौतमबुद्ध नगर पुलिस में हो रही है. पुलिस विभाग में चर्चा है कि 'ठांय-ठांय' से इन्कार करने पर कासना कोतवाली प्रभारी सुनील कुमार सिंह की कुर्सी चली गई. दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों को शनिवार को जानकारी मिली कि ग्रेटर नोएडा के पी थ्री स्थित पेट्रोल पंप से बदमाश लाखों का कैश लूटने की फिराक में हैं. इस पर कासना कोतवाली प्रभारी सुनील कुमार सिंह को बताया गया कि बदमाश के फायरिंग पर करारा जवाब मिलना चाहिए. सूत्रों के अनुसार, सुनील कुमार सिंह द्वारा गोली चलाने से इन्कार पर अधिकारी नाराज हो गए. इसके बाद अधिकारियों ने इसकी जानकारी क्राइम ब्रांच को दी. दारोगा रामफल के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची. अधिकारियों की जानकारी सटीक निकली. मोटरसाइकिल पर सवार होकर तीन लोग पेट्रोल पंप लूटने आए थे. रोकने के प्रयास पर बदमाशों ने फायरिंग की, जवाबी फायरिंग में एक बदमाश को पैर में गोली लगी जबकि एक पकड़ा गया. इस घटना के बाद कोतवाली प्रभारी सुनील कुमार सिंह का तबादला क्राइम ब्रांच में कर दिया गया.
पत्नी की हत्या कर 24 घंटे तक शव के पास बैठा रहा

नई दिल्ली: राजधानी के कमला मार्केट इलाके में एक शख्स ने शुक्रवार रात अपनी दो साल की बेटी के सामने ही पत्नी की गला घोटकर हत्या कर दी. हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक, वह 24 घंटे तक बच्ची के साथ पत्नी के शव के पास ही बैठा रहा. इसके बाद शनिवार देर रात वह मासूम बेटी को गोद में लेकर थाने पहुंचा और पुलिस को वारदात की जानकारी दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है. मृतक महिला की पहचान रेशमा (23) के रूप में हुई है. आरोपी का नाम कामिल है. बच्ची को दादी के हवाले कर दिया गया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे शक था कि उसकी पत्नी का इलाके के दो लोगों के साथ अफेयर चल रहा है. दोनों ने तीन साल पहले प्रेम विवाह किया था.