महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक व पार्टी के वरिष्ठ विधायक राज के पुरोहित ने मांग की है कि ने मुंबई में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी व अन्य विदेशी लोगों की पहचान करने के लिए सरकार राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यानी एनआरसी लागू करे.
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक व पार्टी के वरिष्ठ विधायक राज के पुरोहित ने मांग की है कि ने मुंबई में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी व अन्य विदेशी लोगों की पहचान करने के लिए सरकार राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यानी एनआरसी लागू करे. नवभारत टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, इस संबंध में उन्होंने शहर के जिला अधिकारी शिवाजी जोंधले, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, पुलिस कमिश्नर और राज्य निर्वाचन चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. पुरोहित ने पत्र में लिखा है कि असम में अवैध रूप से रहने वालों की पहचान करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर एनआरसी लागू किया गया. उन्होंने कहा कि अगर असम में एनआरसी लागू किया जा सकता है तो मुंबई-महाराष्ट्र में क्यों नहीं. आखिर यहां भी तो अवैध रूप से कई देशों के लोग रह रहे हैं.
मुंबई: मंगलवार को मुंबई हार्बर लाइन के एक लोकल में 4 लड़कों के स्टंट वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. चलती ट्रेन में स्टंट करते हुए इन लड़कों ने प्लेटफॉर्म से एक व्यक्ति का मोबाइल भी उड़ा लिया था. द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी लड़कों को GRP ने गिरफ्तार कर लिया है. GRP के एक अधिकारी ने अखबार को बताया कि ये सभी लड़के स्कूल ड्रॉपआउट हैं. इन्होंने प्लेटफॉर्म पर खड़े व्यक्ति का 10 हजार रुपए कीमत वाला मोबाइल चुराया था. उन्होंने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद हमने एक टीम गठित की और GTB नगर से नवी मुंबई तक के सभी स्टेशनों के CCTV फुटेज खंगाले. लड़कों की उम्र 10 से 20 साल है और ये सभी कुर्ला के रहने वाले हैं.
कौशांबी: उत्तरप्रदेश के कौशांबी जिले में पशु विभाग की एक अधिकारी को दलित होने के कारण पानी नहीं पिलाने के मामले में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, जिनके खिलाफ केस दर्ज हुआ है, उनमें तीन ग्राम प्रधान, एक ग्राम पंचायत अधिकारी, पंचायत सदस्य और एक कोटेदार शामिल हैं. खबर के मुताबिक, पशु विभाग की अधिकारी डॉ. सीमा ने बताया कि वह डीपीआरओ के निर्देश पर 31 जुलाई को विकास कार्यों की समीक्षा करने मंझनपुर विकास खंड के अंबावा पूरब गांव गई थीं. उन्होंने वहां मौजूद पदाधिकारियों से पानी मांगा. लेकिन दलित होने के कारण उन्हें पानी देने से इनकार कर दिया गया. यही नहीं अधिकारी ने जब ग्रामीणों से पानी मांगा तो उन्हें भी इशारा करके मना कर दिया गया.
नई दिल्ली: पहाड़गंज के होटल से मुक्त कराई गईं 39 नेपाली लड़कियां दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद से खफा हैं. इन लड़कियों को नारी निकेतन में रखा गया है. दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, गुरुवार सुबह स्वाति जब उनसे दोबारा पूछताछ करने पहुंचीं तो लड़कियों ने उनसे कहा कि रोजगार की तलाश में वे खुद दिल्ली आई थीं, लेकिन उनपर वेश्यावृत्ति का धंधा करने का आरोप लगा बदनाम कर दिया गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आठ लड़कियों ने स्वाति जयहिंद से कहा कि वे अब किसी सूरत में वापस नेपाल नहीं जाएंगी, क्योंकि उनकी बदनामी हो गई है. उधर, पुलिस का कहना है कि नारी निकेतन से इन आठों लड़कियों को शुक्रवार को छोड़ दिया जाएगा. शेष 31 लड़कियों के मामले में नेपाल दूतावास ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है.
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