यह अब तक के इतिहास में पहली बार है कि किसी मामले की जांच के लिए पुलिस के 400 कर्मियों को लगाया गया है.
सूरत: गुजरात के पांडेसरा में 6 अप्रैल को 11 वर्षीया बच्ची के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले की जांच में मदद करने के लिए सूरत क्राइम ब्रांच की मदद के लिए अहमदाबाद क्राइम ब्रांच भी जुट गया. यह अब तक के इतिहास में पहली बार है कि किसी मामले की जांच के लिए पुलिस के 400 कर्मियों को लगाया गया है. सूरत पुलिस कमिश्नर ने दैनिक भास्कर अखबार को बताया कि यह मामला हमारे लिए चुनौती भरा है. उन्होंने कहा है कि पुलिस ने युद्धस्तर पर घटना की जांच शुरू कर दी है. दूसरे राज्यों के साथ गुजरात पुलिस की अन्य एजेंसियों की भी मदद ली जा रही है. फिलहाल बच्ची की पहचान करना पुलिस की प्राथमिकता है. अखबार ने लिखा है कि पुलिस ने उड़िया भाषा में बच्ची के फोटो के साथ पोस्टर जारी किए हैं ताकि अगर बच्ची ओडिशा मूल की हो तो उसकी पहचान हो सके.
नई दिल्ली: अमरनाथ गुफा को साइलेंस जोन घोषित करने संबंधी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के फैसले पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी. अब श्रद्धालु अमरनाथ गुफा में बर्फ के शिवलिंग के सामने भी जयकारे लगा सकेंगे. अमर उजाला की खबर के मुताबिक, जस्टिस मदन बी लोकुर और दीपक गुप्ता की बेंच ने कहा कि जो याचिका अमरनाथ गुफा से जुड़ी ही नहीं थी, उस पर एनजीटी को आदेश पारित नहीं करना चाहिए था. साथ ही कोर्ट ने याचिकाकर्ता को अमरनाथ गुफा पर प्रदूषण के मुद्दे पर उचित याचिका दायर करने को कहा.
श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर से पिछले सप्ताह से लापता सेना का जवान इदरीस मीर आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है. तीन साल से सेना से जुड़ा जवान जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री में था. वह झारखंड में तैनाती किए जाने से नाराज था. अमर उजाला ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि मीर छुट्टी पर इस महीने के शुरू में शोपियां आया था. लेकिन, वह पिछले सप्ताह लापता हो गया. उसके बारे में रविवार को जानकारी मिली कि वह हिजबुल में शामिल हो गया है. बताया जा रहा है कि वह दो स्थानीय लोगों के साथ आतंकी संगठन में शामिल हुआ है. हालांकि सेना ने जवान के किसी आतंकवादी संगठन में शामिल होने की फिलहाल कोई पुष्टि नहीं की है.
रांची: निकाय चुनाव में नए परिसीमन के बाद बूथ बदलने से वोटरों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं बूथों के इस उलट-फेर में आम जन के साथ ही खास लोगों को भी परेशान होना पड़ा. हिन्दुस्तान की खबर के मुताबिक, सूबे की प्रथम नागरिक राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का नाम भी वोटर लिस्ट से गायब था. राजधानी के कई वोटर अपने पुराने बूथ पर वोट देने पहुंचे तो पता चला कि वहां उनका नाम नहीं है. लिस्ट खंगालने के बाद भी जब उनका नाम नहीं मिला, तो कई वोट दिए बगैर लौट गए. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी के साथ हरमू स्थित स्कूल वोट देने के लिए पहुंचे. वहां पहुंचने के बाद जानकारी मिली कि वोटर लिस्ट में नाम नहीं है. इसके बाद डीसी से उनके केंद्र के बारे में जानकारी ली गई. तब पता चला कि उनका मतदान केंद्र हरमू में कल्याण एवं विकास समिति सदन, एचआई कॉलोनी में है. वह पत्नी के साथ वहां वोट डालने गए.
तरनतारन: पंजाब पुलिस के कांस्टेबल के बेटे द्वारा अगवा कर दुष्कर्म का शिकार बनाई गई किशोरी को पूरी रात थाने में रख प्रताड़ित करने के मामले में राज्य महिला आयोग के सामने पुलिस ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है. दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, आयोग ने चेतावनी दी है कि यदि पीड़िता को इंसाफ दिलाने में लापरवाही बरती गई तो संबंधित अमले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. वहीं दूसरी तरफ, पीड़िता की मां ने ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने आरोप लगाया है कि मामला वापस लेने के लिए पुलिस उस पर लगातार दबाव बना रही है. एएसआई के हवाले से अखबार ने लिखा है कि लोगों के घरों में जूठे बर्तन मांझ कर वह अपनी बेटी को कैसे इंसाफ दिला पाएगी. लड़के वालों की पहुंच चंडीगढ़ तक है. वह यहां से मुकदमा तब्दील करवा लेंगे.
ट्रेन्डिंग फोटोज़