नेपाल के वकीलों ने राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी के शपथग्रहण समारोह में गड़बड़ी का हवाला देते हुई इसे निरस्त करने की मांग की है. यहां पढ़ें पड़ोसी देशों की खबरें.
इस्लामाबाद: नोबेल पुरस्कार विजेता और एजुकेशन एक्टिविस्ट मलाला युसूफजई बुधवार देर रात पाकिस्तान पहुंचीं. डॉन के मुताबिक खुद पर हुए हमले के करीब 6 साल बाद मलाला ने पाकिस्तान की धरती पर कदम रखा. अक्टूबर 2012 में तालिबानी संगठन के एक बंदूकधारी ने मलाला पर लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने से नाराज होकर सिर पर गोली मार दी थी. इस घटना के 6 साल बाद 20 वर्षीय मलाला एक बार फिर पाकिस्तान पहुंची हैं. हमले के बाद से ही मलाला इंग्लैंड में रह रही हैं. रिपोर्ट के मुताबिक मलाला का विमान बुधवार रात 1 बजकर 40 मिनट पर इस्लामाबाद के बेनजीर भुट्टो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा. वह अपने पिता जियाउद्दीन के साथ पहुंचीं. अपनी यात्रा के दौरान मलाला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद अब्बासी से मुलाकात करेंगी. इस कार्यक्रम में सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मीटिंग भी शामिल है. इसके अलावा पाकिस्तान में 'मीट द मलाला' कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा. यहां भी मलाला शिरकत करेंगीं.
काठमांडू: नेपाल के वकीलों ने राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी के शपथग्रहण समारोह में गड़बड़ी का हवाला देते हुई इसे निरस्त करने की मांग की है. वकील हेममणी सुबेदी और नारायण खरेल ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मामले की सुनवाई की मांग की है. आपको बता दें कि पूर्व चीफ जस्टिस गोपाल प्रसाद परजूली ने राष्ट्रपति को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी. हिमालयन टाइम्स के मुताबिक वकीलों की न्यायिक परिषद ने संबंधित निकायों को एक पत्र का हवाला देते हुए कहा कि पैराजुली पिछले साल 5 अगस्त को ही सेवानिवृत्ति की उम्र में पहुंच गए थे, जबकि राष्ट्रपति को उन्होंने 13 मार्च 2018 को राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी. इसलिए यह शपथ ग्रहण असंवैधानिक है इसे निरस्त किया जाए.
ढाका: रोहिंग्याओं को लेकर बांग्लादेश और म्यांमार के बीच तनातनी बढ़ती नजर आ रही है. अब बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से म्यांमार पर रोहिंग्याओं को वापस ले जाने के लिए दबाव बनाने की अपील की है. बांग्लादेशी अखबार द इंडिपेंडेंट के मुताबिक हसीना ने डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह से मुलाकात के दौरान यह बात कही. उन्होंने डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक को बताया कि बांग्लादेश ने मानवता के नाते रोहिंग्याओं को अपने देश में शरण दी है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़