How Anil Ambani Repay his Debt: अनिल अंबानी की कंपनियां कमबैक करने लगी है. कर्ज कम हो रहा है तो वहीं कंपनियों का रिटर्न बढ़ रहा है. अगर तुलना करें तो रिटर्न के मामले में वो मुकेश अंबानी से आगे निकल गए हैं.
Anil Ambani Deal: कभी दुनिया के छठें सबसे अमीर, साल 2000 के दशक के अंत तक उनके पास 42 अरब डॉलर की संपत्ति थी. बंटवारे में अनिल अंबानी को वो कंपनियां मिली, जो दुधारू गाय के बराबर थी. अनिल अंबानी को नए जमाने के बिजनेस जैसे रिलायंस टेलीकॉम, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस न्यू एनर्जी, रिलायंस पावर जैसी कंपनियां मिली, लेकिन अपने गलत फैसलों, कर्ज के लत, जल्दीबाजी की आदत और कम समझ की वजह से अनिल अंबानी कर्ज के भारी बोझ से दब गए. कंपनियां बिकने लगी और शेयर गिरने लगे. अब अनिल अंबानी के दिन फिर से बदलने लगे हैं, उनकी कंपनियों में निवेश बढ़ने के साथ ही मुनाफा बढ़ने लगा है. कर्ज कम हो रहे हैं और नए आर्डर मिल रहे हैं. अनिल अंबानी ने कम बैक की जो स्पीड पकड़ी है, अगर वो जारी रही तो वो दिन दूर नहीं जब वो अपना मुकाम फिर से हासिल कर लेंगे.
अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी, दोनों कारोबार की दुनिया के दिग्गज हैं. मुकेश अंबानी मौजूदा वक्त में भारत और एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति है. कारोबार में बड़ा नाम बन चुका हैं. अब अनिल अंबानी भी तेजी से वापसी कर रहे हैं. उनका वक्त बदल चुका है. अनिल अंबानी की कंपनियां (रिलायंस पावर, रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस होम फाइनेंस) जहां लगातार प्रॉफिट कमा रही है. अगर तिमाही आंकड़ों को देखे तो सीन कुछ बदला-बदला नजर आ रहा है.
अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयर जबरदस्त रिटर्न दे रहे हैं. खासकर रिलायंस पावर ( Reliance Power), रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (Reliance Home Finance Ltd) और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्टर ( Reliance Infra) ने निवेशकों को बपंर रिटर्न दिया है . Reliance Power Ltd के शेयर ने पिछले एक महीने में 40 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. एक साल में इस शेयर का रिटर्न करीब 125 फीसदी रहा, यानी दोगुने से ज्यादा. यानी अगर किसी ने एक साल पहले इस शेयर में एक लाख रुपये निवेश किए होते तो आज उसकी वैल्यू 2.25 लाख रुपये होती.
इसी तरह से Reliance Infrastructure Ltd के शेयर ने एक साल में बेहतरीन रिटर्न दिया है. एक महीने में यह शेयर 30 फीसदी और एक साल में करीब 90 फीसदी का रिटर्न दिया है. वहीं Reliance Home Finance Ltd की बात करें तो अस शेयर ने एक महीने में निवेशकों को 55 फीसदी और एक साल में करीब 50 फीसदी का रिटर्न दिया है. अगर मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिटर्न की बात करें तो पहले समझ लीजिए कि मार्केट वैल्यू के हिसाब से रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है. अब रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर की बात करें तो बीते कुछ समय से इसका प्रदर्शन कुछ खास अच्छा नहीं रहा है. पिछले एक महीने में यह शेयर करीब सपाट रहा है. अगर एक साल की बात करें तो ये करीब 6 फीसदी गिर गया है. यानी रिटर्न के मामले में अनिल अंबानी की कंपनियां को रिटर्न बड़े भाई की कंपनी से बेहतर रहा है.
अनिल अंबानी के सितारे इन दिनों बुलंदियों पर है. उनकी कंपनी रिलायंस इंफ्रा, रिलायंस पावर पारस का पत्थर साबित हो रही है. हाल ही में रिलायंस इंफ्रा की सहायक कंपनी रिलायंस डिफेंस को एक के बाद कई डील मिली है. सिर्फ देश में ही नहीं अनिल अंबानी की कंपनियों पर विदेशियों का भी भरोसा बढ़ा है. हाल ही में उन्होंने जर्मनी की Diehl Defence के साथ एक बड़ी डील की है. इससे पहले जर्मनी की एक और कंपनी ने गोला बारूद बनाने के लिए अनिल अंबावी की कंपनी के साथ हाथ मिलाया था. इससे पहले अनिल अंबानी की कंपनी ने भूटान में बड़ी डील की. अनिल अंबानी ने भूटान में 1270 मेगावाट सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए डील की.
अनिल अंबानी का फोकस कंपनियों के कर्ज को कम करने पर है. वो एक के बाद एक कर कंपनियों को कर्ज मुक्त बनाने में जुट गए हैं. अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने वित्त वर्ष 2025 के दौरान 3300 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया और कर्जमुक्त हो गई. वहीं रिलायंस पावर की सहयोगी कंपनी रोजा पावर सप्लाई कंपनी ने 485 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाकर खुद को कर्ज मुक्त कर लिया. इससे पहले अनिल अंबानी की रिलायंस पावर ने 3872 करोड़ रुपये का लोन सेटल किया. कर्ज कम होने के साथ ही कंपनी को नए आर्डर मिल रहे हैं. कंपनी को नया निवेश मिल रहा है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़