INS Vikrant: INS विक्रान्त की मौजूदगी से भारतीय नौसेना किसी भी समुद्री युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए तैयार है. INS विक्रान्त के पास एक विशेष क्षमता है कि यह पाकिस्तान के समुद्री बंदरगाहों को मिनटों में निशाना बना सकता है.
पाकिस्तान की तरफ से भारत के कई ठिकानों को धमाकों से दहलाने की कोशिश की गई लेकिन भारत ने उसका माकूल जवाबा दिया है हमलों को रोक दिया गया है. भारत पाकिस्तान तनाव के बीच अब INS विक्रान्त एक्टिव हो चुका है. चलिए जानते हैं INS विक्रांत की खूबियों के बारे में..
INS विक्रान्त को बनाने में लगभग 20000 करोड़ रुपये की लागत आई है और इसे बनाने में भारतीय तकनीक और आत्मनिर्भरता की अहम भूमिका रही है.
इस युद्धपोत का वजन करीब 45,000 टन है और इसकी लंबाई 262 मीटर और चौड़ाई 62 मीटर है. यह भारतीय नौसेना का अब तक का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली युद्धपोत है.
यह विमानवाहक पोत MiG-29 जैसे लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर को अपने साथ लेकर चल सकता है. इसमें एक साथ 30 एयरक्राफ्ट तैनात किए जा सकते हैं.
INS विक्रान्त युद्धपोत में 64 बराक मिसाइलें, ब्रह्मोस मिसाइलें, और अन्य अत्याधुनिक हथियार लगाए गए हैं जो इसे समुद्र में किसी भी दुश्मन के खिलाफ एक मजबूत शक्ति बनाते हैं.
इसके पास बड़ी रेंज वाली मिसाइलें हैं जो दूर-दूर तक के लक्ष्यों को निशाना बना सकती हैं. इसके अलावा इसके पास दुश्मन के विमानों और जहाजों को नष्ट करने की भी ताकत है.
INS विक्रान्त के पास एक विशेष क्षमता है कि यह पाकिस्तान के समुद्री बंदरगाहों को मिनटों में निशाना बना सकता है. यह किसी भी समुद्री युद्ध के समय पाकिस्तान के ठिकानों पर हमला करने में सक्षम है.
INS विक्रान्त केवल एक युद्धपोत नहीं है बल्कि यह भारतीय समुद्री सामर्थ्य, शक्ति, और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है. इसे भारतीय समुद्री सीमाओं की रक्षा करने के लिए तैनात किया गया है.
INS विक्रान्त की मौजूदगी से भारतीय नौसेना किसी भी समुद्री युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए तैयार है.
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