Akshaya Tritiya 2025: भविष्य पुराण, नारद पुराण से लेकर कई पवित्र ग्रंथों में अक्षय तृतीया का उल्लेख किया गया है. 30 अप्रैल 2025 को यह दिवस मनाया जा रहा है. वैसे तो अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है, हालांकि अगर आप इसे खरीदने में असमर्थ हैं तो इन चीजों को खरीदकर भी सुख-समृद्धि बढ़ा सकते हैं.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर आप अक्षय तृतीया पर सोना-चांदी नहीं खरीद सकते हैं तो सुख-समृद्धि के लिए मिट्टी का बर्तन, कौड़ी, पीली सरसों, हल्दी की गांठ और रूई खरीद सकते हैं. इन्हें बेहद शुभ माना जाता है. बता दें कि इन विभिन्न तत्वों का संबंध ग्रह नक्षत्रों से माना जाता है.
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक सोने के बदले तांबा खरीदना लाभकारी होता है. ये सूर्य को मजबूत करता है और इसके बलवान होने से लोगों के बीच और समाज में मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है.
रूई का संबंध शुक्र ग्रह से है और इसे लेकर माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है. हल्दी की गांठ गुरु को मजबूत करती है और जीवन में स्थायित्व लाकर मान-सम्मान बढ़ाती है.
अक्षय तृतीया के दिन आप मिट्टी का बर्तन भी खरीद सकते हैं. यह मंगल को मजबूत करता है और कर्ज मुक्ति के साथ ही बेवजह की परेशानी से भी निजात दिलाता है.
पीली सरसों से दरिद्रता दूर होती है और नकारात्मकता भी खत्म होती है, तो पीली कौड़ी धन, सम्पत्ति और समृद्धि का कारण बनती हैं. इसके साथ ही इस दिन संभव हो तो आदि शंकराचार्य द्वारा रचित कनकधारा स्त्रोत का पाठ जरूर करना चाहिए.
अक्षय तृतीया के दिन आप दही, चावल, दूध और खीर जैसी सफेद चीजों का भी दान कर सकते हैं. इस दिन दान का काफी महत्व माना जाता है.
तो दृक पंचांग के अनुसार तृतीया तिथि 29 अप्रैल को शाम 05:32 मिनट पर प्रारंभ होगी और 30 अप्रैल को दोपहर 02:12 बजे पर समाप्त होगी. इस दिन पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 06 घंटे 37 मिनट की है.
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