PHOTOS: कहर बनकर `फेंगल` ने किया लैंडफॉल, रेल-हवाई अड्डे ठप, सड़कों पर भरा पानी; लोग घरों में कैद
Fengal Photos: चक्रवाती तूफान फेंगल ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है और लैंड फॉल भी शुरू हो गया है. दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान फेंगल पिछले 6 घंटों के दौरान 7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम की तरफ बढ़ा. इलाके में तेज हवाएं और बारिश भी हो रही है. इसके अलावा बारिश और खराब मौसम की वजह से चेन्नई हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि हवाईपट्टी और टैक्सीवे पर पानी भर जाने के बाद एक दिसंबर को तड़के चार बजे तक परिचालन निलंबित करने की शनिवार को घोषणा की
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अफसर ने बताया कि आईएमडी-क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अतिरिक्त महानिदेशक एस बालचंद्रन ने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया 30 नवंबर को शाम करीब 5.30 बजे शुरू हुई. चक्रवात ने किस जगह दस्तक दी है, इस बारे में उन्होंने बताया कि यह ‘पुडुचेरी क्षेत्र’ के करीब है और पहुंचने की प्रक्रिया पूरी होने में लगभग चार घंटे लग सकते हैं.
चेन्नई और उसके आसपास के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. तेज हवाओं के कारण बैरिकेड्स और छतरियां उड़ गईं साथ ही भारी बारिश की वजह से सड़क पर लोग छिपने के लिए इधर-उधर भागते दिखाई दिए.
दिलचस्प बात यह रही कि सरकार की तरफ उच्च ज्वार के मद्देनजर लोगों के लिये समुद्र तटों के पास न जाने की चेतावनी जारी किये जाने के बावजूद बहुत से लोग, खासकर युवा पुरुष और महिलाएं, समुद्र तटों पर मौज-मस्ती करते रहे.
चेन्नई हवाई अड्डे की बात करें तो उसे भी बंद कर दिया गया है. हवाई अड्डे को बंद किए जाने के कारण 50 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिससे हजारों यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इससे पहले दिन में जब हवाईअड्डा चालू था, तब कम से कम 12 विमानों ने देरी से उड़ान भरी.
चेन्नई में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दो रनवे और टैक्सीवे (विमानों का हवाईपट्टी पर आने का रास्ता) जलमग्न हो गए हैं, जिससे कम से कम 55 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं और 19 अन्य का मार्ग बदल दिया गया.
रेल सेवाएं हुई बाधित
तूफान के आने से पहले भारी बारिश और तेज़ हवाओं की वजह से ना सिर्फ हवाई सफर में बाधा आई है बल्कि रेल सेवाएं पर भी भारी असर पड़ा है. इसके अलावा राजधानी शहर में कई अस्पताल और घर भी पानी में डूब गए.
तमिलनाडु के कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और सैकड़ों लोगों को शनिवार को इलाके में आने वाले शक्तिशाली चक्रवाती तूफान से पहले तूफान आश्रयों में ले जाया गया है.