Deepest cave Of world: किसी भी गुफा की गहराई का अंदाजा लगाना आसान नहीं होता. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया की सबसे गहरी गुफा कितनी गहरी हो सकती है. इसे धरती की सबसे गहरी गुफा मानी जाती है. यह इतनी विशाल है कि इसमें लगभग 30 कुतुबमीनार समा सकती हैं. वैज्ञानिकों ने इसे धरती के केंद्र के सबसे करीब पहुंचने वाली ज्ञात जगहों में से एक बताया.
वैसे तो गुफाओं का ज्यादा संबंध इतिहास से अधिक है लेकिन गुफाएं हमेशा से धरती की अनोखी संरचनाओं में शामिल रही हैं. प्राचीन काल में ये इंसानों के लिए आश्रय और रणनीतिक ठिकाने हुआ करती थीं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि धरती पर सबसे गहरी गुफा कौन सी है और यह कितनी गहरी हो सकती है. यह गुफा हमें पृथ्वी के केंद्र के सबसे करीब ले जाती है.
असल में दुनिया की सबसे गहरी गुफा रूस के नजदीक अबखाजिया क्षेत्र के पहाड़ों में स्थित वेरीओव्किना गुफा Veryovkina Cave है. इसकी गहराई लगभग 2,212 मीटर लगभग 2.2 किमी है. यह क्रेपोस्ट और जोंट पहाड़ों के बीच स्थित है. इसकी गहराई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें लगभग 30 कुतुब मीनार समा सकती हैं.
यह गुफा पहली बार 1968 में क्रास्नोयार्स्क शहर के कुछ स्पेलिओलॉजिस्ट द्वारा खोजी गई. जिन्होंने इसकी गहराई 115 मीटर तक मापी थी. 1986 में मॉस्को के एक नए अभियान दल ने इसकी गहराई 440 मीटर तक पहुंची. 2015 से पेरोवो-स्पेलिओ ग्रुप के वैज्ञानिकों ने इसमें कई नए अभियानों को अंजाम दिया और 2018 में रिकॉर्ड 2,212 मीटर की गहराई तक पहुंचने में सफलता हासिल की.
इस गुफा में लगभग 6,000 मीटर लंबी भूमिगत सुरंग प्रणाली पाई गई है. वैज्ञानिक इसे पृथ्वी के केंद्र के सबसे करीब पहुंचाने वाली गुफा मानते हैं. फ्रांसीसी लेखक जूल्स वर्ने की 1864 की प्रसिद्ध पुस्तक Journey to the Center of the Earth में जिस सपने की कल्पना की गई थी. वेरीओव्किना गुफा उसे हकीकत के करीब लाती है.
आज भी इस गुफा में नई खोजें जारी हैं. वैज्ञानिक इसके रहस्यों को समझने में जुटे हुए हैं. यह गुफा प्रकृति की एक अनोखी संरचना है जो हमारी पृथ्वी के भीतर की जटिलताओं और विशालता को दर्शाती है.
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