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Engineering Course: बेहद कठिन है इंजीनियरिंग की ये ब्रांच, एक बार कर ली पढ़ाई तो करोड़ों में होगी सलाना सैलरी!

Nuclear Engineering Course: वैसे तो इंजीनियरिंग के ऐसे कई ब्रांच हैं जो बेहद कठिन हैं, लेकिन आज के इस खबर में हम बात करेंगे न्यूक्लियर इंजीनियरिंग के बारे में. अगर आप न्यूक्लियर एनर्जी फील्ड में करियर बनाने की सोच रहे हैं तो इस खबर में जानें इसके लिए आपको कौन सी पढ़ाई करनी होगी, कहां से आप ये पढ़ाई कर सकते हैं.

 

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न्यूक्लियर एनर्जी से जुड़ी फील्ड में काम करने के लिए न्यूक्लियर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करनी होगी. इस इंजीनियरिंग ब्रांच में आपको न्यूक्लियर एनर्जी और रेडिएशन का इस्तेमाल करने वाली सिस्टम और कॉम्पोनेंट्स की स्टडी, डिजाइन, डेवलपमेंट, ऑपरेशन और रखरखाव जैसी विषयों के बारे में पढ़ाया जाएगा. 

 

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कई बार ये सवाल भी देखने और सुनने को मिलता है कि क्या न्यूक्लियर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके परमाणु बन बना सकते हैं? तो इसका सीधा जवाब है नहीं.  न्यूक्लियर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके छात्र पॉवर प्लांट्स में  न्यूक्लियर फिजन के जरिए बिजली पैदा करते हैं. 

 

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न्यूक्लियर इंजीनियरिंग की पढ़ाई दुनिया के कई देशों में कराई जाती है. इसमें अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, कनाडा, स्वीडन, जापान, चीन और स्विट्जरलैंड शामिल हैं. इन देशों की यूनिवर्सिटीज में छात्र न्यूक्लियर इंजीनियरिंग में बैचलर्स, मास्टर्स और पीएचडी कर सकते हैं. हालांकि, इसके लिए 12वीं में आपकी फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स विषय से पढ़ाई होनी चाहिए. 

 

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न्यूक्लियर इंजीनियरिंग के लिए आपको टॉप यूनिवर्सिटीज के नाम भी बता देते हैं. स्टूडेंट्स अमेरिका की मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया और यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन-एन आर्बर से पढ़ाई कर सकते हैं. जर्मनी के कार्ल्सरुहे इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज लंदन और यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज और कनाडा की मैकमास्टर यूनिवर्सिटी से भी न्यूक्लियर इंजीनियरिंग की डिग्री ले सकते हैं. 

 

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इस कोर्स को करके छात्र हाई पैकेज सैलरी वाली जॉब कर सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में न्यूक्लियर इंजीनियर्स की औसतन सालाना सैलरी 1.09 करोड़ रुपये है. वहीं, कनाडा में सालाना सैलरी 62 लाख रुपये से लेकर 84 लाख रुपये तक है. इसके अलावा ब्रिटेन में सैलरी 59 लाख से 62 लाख रुपये सालाना हो सकती है. वहीं, भारत में भी एक न्यूक्लियर इंजीनियर्स की सैलरी 9 से 12 लाख रुपये सालाना के बीच हो सकती है.  

 

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Disclaimer- 'Zee News' इस खबर में दी गई किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है. हमारा मकसद केवल सामान्य ज्ञान को बढ़ाना है. यह जानकारियां विभिन्न वेबसाइट्स से जुटाई गईं हैं.

 

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