यह सिंगल पायलटों को कॉकपिट के उपकरणों की ओर देखे बिना वहां की स्थिति के के बारे में पायलट को सचेत किए रहता है. इससे युद्धों के दौरान पायलट किसी भी सिग्नल पर तुरंत रिएक्ट करने में उनकी क्षमता को तेज करता है. आज हम आपको ऐसे ही 5 लड़ाकू विमानों के बारे में बताएंगे.
)
आज के दौर में एयर स्ट्राइक के लिए लड़ाकू पायलट ऐसी तकनीकों से लैस होते हैं जो उन्हें रियल लाइफ में सुपर हीरो बना देते हैं. फाइटर जेट्स में एक ऐसी ही नई तकनीकि विकसित हुई है जिसे हम हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले सिस्टम (HMDS) के नाम से जानते हैं. लड़ाकू विमानों में आई ये अपडेशन एक नई क्रांति लेकर आया है. इसके अपडेशन के बाद महत्वपूर्ण उड़ानों के डेटा को सीधे पायलट के वाइज़र पर प्रोजेक्ट करता है. यह सिंगल पायलटों को कॉकपिट के उपकरणों की ओर देखे बिना वहां की स्थिति के के बारे में पायलट को सचेत किए रहता है. इससे युद्धों के दौरान पायलट किसी भी सिग्नल पर तुरंत रिएक्ट करने में उनकी क्षमता को तेज करता है. आज हम आपको ऐसे ही 5 लड़ाकू विमानों के बारे में बताने जा रहे है जो ऐसी ही अपडेटेड तकनीक का उपयोग कर रहे हैं.
)
एफ-35 लाइटनिंग II फाइटर जेट के जनरेशन III वाले विमानों में हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले सिस्टम (HMDS) से लैस हैं. इस फाइटर जेट को उड़ाने वाले पायलटों को विमान के आसपास 360-डिग्री की पूरी विजुअलटी देता है. यह सिस्टम कई सेंसरों से डेटा को इकट्ठा करता है जिससे पायलट विमान के माध्यम से देख सकते हैं और किसी भी दिशा से अचानक से आने वाले खतरों का पता लगा सकते हैं. HMDS तकनीक उड़ानो के बारे में जैसे जेट की हाइट, स्पीड और टारगेटेड डाटा को सीध पायलट के वाइजर प्रोजेक्ट करता है. इस तकनीक की वजह से पायलट अपनी नजरें हटाए बिना हर जरूरी निर्णय ले सकता है.
)
एफ-16 फाइटिंग फाल्कन को स्कॉर्पियन हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले सिस्टम के साथ अपग्रेड किया गया है. इसके पहले पुराने जेट्स में जॉइंट हेलमेट माउंटेड क्यूइंग सिस्टम लगा होता था. अब इसकी जगह HMDS ने ले ली है. स्कॉर्पियन HMDS जेट को एक आधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करता है जिसमें दिन और रात सहित किसी भी मौसम में जेट के संचालन के लिए सिंगल डिस्प्ले दिया गया है. यह अपग्रेड पायलट की स्थिति जागरूकता को बढ़ाता है और इंटरफेस को सरल बनाता है. इस अपडेशन की वजह से युद्ध मिशनों के दौरान पायलट फाइटर जेट को आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं.
)
जेएएस-39 ग्रिपेन टॉप ऑउल हेलमेट-माउंटेड साइट डिस्प्ले का उपयोग करता है. इस तकनीक के आने के बाद ऐसे फाइटर जेट्स में पायलटों को अगमेंटेड रिएलिटी की जानकारी देता है. इस तकनीक के आने के बाद इसमें पर्यावरण का ऑर्टिफीशियल विजन, जीपीएस डेटा, और उड़ानों में आने वाली बाधा की चेतावनी जारी करना शामिल हैं. यह सिस्टम विशेष रूप से खराब मौसम की स्थिति में पायलट की मदद करता है. इस तकनीक में वास्तविक समय 3 डी सिंथेटिक विजन सिस्टम इमेजिंग के माध्यम से आसपास के वातावरण के बारे में जानकारी देता है. टॉपऑउल HMDS का हल्का डिज़ाइन किया गया इंजन ये सुनिश्चित करता है कि पायलट को लंबे मिशनों के दौरान उनकी चपलता आराम को बनाए रखे.
)
F-22 रैप्टर में हाल ही में थेल्स स्कॉर्पियन हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले सिस्टम (THELES SCORPION HMD) को शामिल किया गया है. जिसकी वजह से इस फाइटर जेट की लक्ष्य भेदने की क्षमताएं और भी बेहतर हुईं हैं. यह सिस्टम पायलटों को टारगेट को देखकर ही हथियार का कमांड देने की सुविधा देता है. इस प्रक्रिया की वजह से टारगेट को भेदना काफी आसान हो जाता है और प्रतिक्रिया समय कम हो जाता है. स्कॉर्पियन एचएमडी महत्वपूर्ण उड़ान और टारगेट संबंधी जानकारी का हाई-रेज्यूलिशन डिस्प्ले भी देता है. इससे यह तय हो जाता है कि पायलटों के पास आवश्यक डेटा उनकी उंगलियों पर उपलब्ध हो.
)
यूरोफाइटर टाइफून में स्ट्राइकर II हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले का इस्तेमाल किया गया है. यह अपडेशन जेट को रात के अंधेरे में आने वाली आंखों के विजन की क्षमताओं से भी बेहतर तरीके से इंफर्मेशन को सीधे वाइजर में इकट्ठा करता है. इस अपडेशन के बाद पायलट को अलग से नाइट स्पेक्स की जरूरत नहीं पड़ती है. यह काफी हल्का होता है और पायलट के लिए काफी आरामदेह होता है. स्ट्राइकर II प्रणाली एक हाई डेफनीशिन और एक बड़ा विजन देता है जिसकी वजह से यह तय हो जाता है कि पायलट दिन और रात दोनों ही समय में अभियानों के दौरान अपनी स्थिति पर कंट्रोल बनाए रखे.
ट्रेन्डिंग फोटोज़