तेज मिर्च-मसाले वाला खाना खाकर जब सीने में जलन होने लगे या खट्टी डकारें सताने लगें, तो समझ लीजिए कि ये एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) का संकेत हो सकता है. अगर यह समस्या हफ्ते में दो बार या उससे ज्यादा होती है, तो यह GERD यानी गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज का रूप ले सकती है, जो लंबे समय तक अनदेखा करने पर कैंसर तक का कारण बन सकती है. हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी का कहना है कि दवाएं सिर्फ अस्थायी राहत देती हैं, लेकिन असली इलाज लाइफस्टाइल में बदलाव है. उन्होंने हाल ही में 5 ऐसे आसान और असरदार उपाय बताए हैं, जिन्हें अपनाकर आप एसिडिटी और सीने की जलन से छुटकारा पा सकते हैं.
डॉ. सेठी कहते हैं कि भारी भोजन पेट पर दबाव डालता है, जिससे एसिड ऊपर की ओर चढ़ने लगता है. छोटे और बार-बार खाने से यह दबाव कम होता है और एसिड का उत्पादन भी कंट्रोल में रहता है.
सिट्रस फल, टमाटर, चॉकलेट, पुदीना, कैफीन, तले-भुने और ज्यादा फैट वाले खाने से बचें. ये सभी निचले इसोफेजियल स्पिंक्टर (LES) को ढीला कर देते हैं, जिससे एसिड लीक करता है. इसके बजाय साबुत अनाज, सब्जियां और कम फैट वाले प्रोटीन लें.
डॉ. सेठी के मुताबिक, शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है लेकिन सोडा, कॉफी और सिट्रस जूस से बचें. इनसे एसिडिटी बढ़ती है. इसके बजाय अदरक या कैमोमाइल टी जैसे नेचुरल ड्रिंक लें.
पुदीना वाले च्युइंग गम और खाने की चीजें LES को कमजोर कर सकती हैं, जिससे एसिड रिफ्लक्स और बढ़ता है. फ्रेश ब्रेथ के लिए तुलसी या इलायची का इस्तेमाल करें.
अदरक सूजन कम करता है और पाचन सुधारता है, जबकि कैमोमाइल टी पाचन तंत्र को शांत करती है. दोनों ही नेचुरल तरीके एसिड रिफ्लक्स में राहत दिला सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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