Shani Mahadasha 2025 Upay: शनि की महादशा अगर किसी जातक की कुंडली में चल रही है तो उसे कुछ संकेतों पर गौर करना चाहिए. आइए जानें शनि की महादशा के लक्षण क्या है और शनि की महादशा के उपाय क्या हैं.
ऐसे में सभी 12 राशियों के जातकों को शनि के इन विशेष स्थितियों का प्रभाव कभी न कभी तो झेलना ही पड़ता है. इस कड़ी में हम शनि की महादशा के बारे में बात करेंगे जो 19 साल तक चलती है. शनि की महादशा कर्म , कड़ी मेहनत, सीमा, महत्वाकांक्षाएं से लेकर अनुशासन व लंबी आयु से संबंध रखती है.
उन जातकों पर शनि की महादशा का प्रभाव पड़ता है उनके जीवन में कई बाधाएं आती है. करियर, बिजनेस से लेकर सामाज में व्यक्ति की स्थिति बुरी तरह प्रभावित होती है. वहीं, जिन जातकों की कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होती है वे शनि की महादशा से बहुत ही सकारात्मक रूप से प्रभावित होते हैं.
आइए जानें कुंडली में शनि की महादशा होने के क्या संकेत हैं और इन शनि की महादशा के लक्षण पहचानकर इसके प्रभाव को किन उपायों से कम क्या जा सकता है.
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो अगर किसी जातक के कीमती सामान बार-बार खो रहे हैं और इससे बड़ी हानि हो रही है तो यह शनि की महादशा का एक बड़ा लक्षण है.
अगर कोई ऐसा व्यक्ति जिसे कोई बुरी लत न हो, वो व्यक्ति अचानक शराब जैसी बुरी लत में पड़ जाए और चाहकर भी लत नहीं छुड़ा पा रहा हो तो यह शनि की महादशा चलने का संकेत है.
अचानक किसी प्रकोप से जातक के घर में भीषण आग लग जाए और आग लगने का कारण न पता लगें या घर में बड़ी चोरी हो जाएं तो ये लक्षण भी शनि की महादशा का ही है.
घर के किसी हिस्से का बार बार टूटना या दीवारों पर अचानक दरारें पड़ने लगना, घर में हमेशा कोई न कोई बनावट का काम लगा रहना ये सब शनि की महादशा के लक्षण माने गए हैं.
परिवार के सदस्यों के बीच अविश्वास, भाई-बहन में लड़ाई, पति-पत्नी के बीच झगड़ा, प्रेम की कमी और मनमुटाव आदि बढ़ गया है तो यह भी शनि की महादशा का एक बड़ा संकेत है.
बात बनते बनते, काम में रुकावट से लेकर बना बनाया प्रमोशन का रुक जाना, नौकरी से हाथ धो लेना या फिर अचानक ही व्यापार में नुकसान और हाथ से बड़ी डील का निकल जाना शनि की महादशा का संकेत है.
शनि की महादशा होने पर जातक अचानकर ही कोर्ट केस में फंस जाता है. झूठे आरोपों को झेलना पड़ जाता है और आरोपों से निकलने का कोई रास्ता भी नहीं मिलता है. समाज में मान-सम्मान भी कम होने लगता है.
शनिवार के दिन अगर शनिदेव की विधिवत पूजा अर्चना की जाए और शनि चालीसा का पाठ शुद्ध मन और विचार के साथ करें तो लाभ होगा. शनिवार को शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीया जलाना अति शुभ होता है.
शनि की महादशा के बुरे प्रभावों को कम करना है तो हर दिन शनि स्तोत्र का पाठ करें और शनिवार के दिन शनि मंदिर में जातक शनिदेव की पूजा तो करें ही लेकिन इस दिन घर में या हनुमान मंदिर में हनुमान जी की विधिवत पूजा करने से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं.
(Disclaimer - प्रिय पाठक, यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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