IAS Manuj Jindal Success Story: 18 साल की उम्र में UPSC NDA क्रैक किया, लेकिन अचानक फिर कुछ ऐसा हुआ कि पूरी जिंदगी बदल गई. पढ़ें लाखों युवाओं की प्रेरणा बने आईएएस मनुज जिंदल की NDA से यूपीएससी तक की सफलता की कहानी.
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हर साल लाखों की संख्या में युवा यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन सफलता कुछ लोगों को ही मिल पाती है. इन्हीं सफल उम्मीदवारों में से एक हैं IAS मनुज जिंदल, जिन्होंने 2017 में ऑल इंडिया रैंक 53 हासिल किया और आईएएस अधिकारी बनें. हालांकि यहां तक का सफर आसान नहीं था.
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बता दें, मनुज जिंदल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के रहने वाले हैं. शुरुआती पढ़ाई उन्होंने देहरादून के एक स्कूल से की. शुरू से ही वह पढ़ाई में तेज रहे. पढ़ाई के दौरान उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में जाने का मन बनाया और साल 2005 में उन्होंने UPSC NDA का एग्जाम किया पास किया. 18 साल की उम्र में वे एनडीए कैडेट बन गए.
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इसके बाद उनके जीवन में एक ऐसी घटना घटी कि जिससे सब कुछ बदल गया. एनडीए में सेलेक्शन होने के बाद तीन साल ट्रेनिंग होती है. इसके बाद ही किसी को भारतीय सेना में तैनाती मिलती है. मनुज का एनडीए ट्रेनिंग का पहला टर्म तो बहुत अच्छा निकला, लेकिन दूसरा टर्म आते-आते वे डिप्रेशन में चले गए. फिजिकल एक्टिविटी नहीं हो रही थी, इंजरी होने लगी. ऐसे में तीन-चार महीने इलाज चला और फिर एकेडमी ने उन्हें निकाल दिया.
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हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने देश-विदेश की कई यूनिवर्सिटीज में अप्लाई किया. उनका यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया में एडमिशन हो गया. यहां से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. पढ़ाई कंप्लीट होने के बाद मनुज को बार्कलेज में हाई पैकेज सैलरी वाली नौकरी मिल गई. कई सालों तक उन्होंने नौकरी की. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में शामिल होने का मन बनाया.
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करीब 12 साल के बाद वह भारत लौटे और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. दो बार वह इस परीक्षा में शामिल हुए, लेकिन उन्हें असफलता मिली. वहीं, साल 2017 में तीसरा अटेंप्ट उन्होंने यूपीएससी एग्जाम क्रैक किया और 53वीं ऑल इंडिया रैंक (UPSC AIR) हासिल करके IAS ऑफिसर बनें.
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