Indian Railways World Record: भारतीय रेलवे के नाम एक नहीं कई रिकॉर्ड हैं. रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिये हर दिन करीब ढाई करोड़ यात्रियों को ढोया जाता है. यात्रियों की यह संख्या ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और तस्मानिया जैसे देशों की कुल आबादी से भी ज्यादा है. पिछले दिनों नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (New Delhi Railway Station) ने दुनिया के सबसे बड़े रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book of World Record) में जगह बनाई है.
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का रूट रिले इंटरलॉकिंग (RRI) सिस्टम दुनियाभर में सबसे बड़ा है. इस सिस्टम में 11000 रिले हैं, जो 1122 सिग्नल मूवमेंट को कंट्रोल करती हैं. यह सिस्टम बड़े और बिजी स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही को आसान बनाता है. इसमें एक बटन के जरिये पूरे रूट के सिग्नल और प्वाइंट्स को एक साथ सेट किया जा सकता है.
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रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम तीन तरह के होते हैं. इसमें पहला मैकेनिकल, दूसरा इलेक्ट्रिकल और तीसरा इलेक्ट्रॉनिक. भारतीय रेलवे में अधिकतर स्टेशनों पर पैनल इंटरलॉकिंग (PI) सिस्टम यूज किया जाता है. इसमें प्वाइंट्स और सिग्नल अलग-अलग स्विच से कंट्रोल किये जाते हैं. लेकिन बड़े-बड़े स्टेशनों जैसे नई दिल्ली में RRI सिस्टम यूज किया जाता है. यह ज्यादा ट्रेनों को भी संभाल सकता है.
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इंटरलॉकिंग सिस्टम के जरिये रेलवे स्टेशनों को सेफ और सिस्टेमेटिक बनाया जाता है. इसके जरिये मैन्युअल मिस्टेक कम होती हैं और सुरक्षा नियमों का पालन किया जाता है. इसके साथ ही ट्रेनों की आवाजाही फास्ट होती है. यह सिस्टम बाहरी लोगों को मशीनों या इंस्ट्रूमेंट के साथ छेड़छाड़ करने से भी रोकता है.
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का RRI सिस्टम इतना अपग्रेड है कि यह एक साथ कई ट्रेनों के रूट को कंट्रोल कर सकता है. दो बटन के जरिये ट्रेन को स्टेशन पर लाने या भेजने का काम भी आसानी से हो जाता है. इस सिस्टम के जरिये स्टेशन को एफिशिएंट और सेफ बनाया जाता है.
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम के लिए गिनीज रिकॉर्ड में दर्ज होना रेलवे की टेक्निकल ग्रोथ को दिखाता है. यह सिस्टम न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि रेलवे की सेफ्टी के लिए भी यह बेस्ट है.
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