Guess This Bollywood Veteran Actor: हिंदी सिनेमा में ऐसे कई कलाकार हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत के बाद सफलता हासिल की और खूब नेम-फेम कमाया. इनमें से ज्यादातर वो स्टार्स हैं, जो मुंबई में सिर्फ एक्टर बनने का सपना लेकर आए थे, जिनमें कुछ को सफलता मिली तो कुछ गुमनाम होकर रह गए. लेकिन कुछ कलाकारों ने अपने अभिनय से ऐसी पहचान बनाई कि उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता. ये कलाकार न सिर्फ अपने अभिनय बल्कि अपनी सादगी और मेहनत के लिए भी जाने जाते हैं.
आज हम आपको जिस एक्टर के बारे में बताने जा रहे हैं वो एक ऐसा कलाकार था, जिसने अपने करियर की शुरुआत नाटक से की थी. इतना ही नहीं, उसने एक समय पर मुंबई में इलेक्ट्रिशियन के तौर पर भी काम किया. उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी था जब उनको राजेश खन्ना के घर का एसी ठीक करना पड़ा था. उन्होंने बॉलीवुड में सफलता पाने के लिए बहुत संघर्ष किया और एक बड़ा सुपरस्टार बनकर दिखाया. इस अभिनेता ने अपने अभिनय से दर्शकों के दिल में खास जगह बनाई.
ये अभिनेता और कोई नहीं, बल्कि इरफान खान थे. 7 जनवरी 1967 को राजस्थान में जन्में इरफान खान ने 'पान सिंह तोमर' 'हिंदी मीडियम' और 'अंग्रेजी मीडियम' जैसी फिल्मों से अपनी पहचान बनाई. लेकिन उनकी जिंदगी आसान नहीं थी. जब उन्होंने मुंबई में अपना कदम रखा था तब वे एसी, कूलर, पंखे ठीक करने का काम करते थे. एक दिन उन्हें राजेश खन्ना के घर का एसी ठीक करने का मौका मिला. ये उनके जीवन का एक अहम मोड़ था. जहां से उनकी किस्मत पलटने वाली थी, जिसके बारे में वो नहीं जानते थे.
इरफान खान ने एक बार बताया था कि वो जयपुर से मुंबई आए थे और यहां उन्होंने अपने जीवन के संघर्षों का सामना किया. एक बार वो राजेश खन्ना के घर एसी ठीक करने गए थे, तो वहां एक महिला ने उन्हें दरवाजा खोला और पूछा कि वो कौन हैं. इरफान ने कहा, 'मैं एसी ठीक करने आया हूं'. इसके बाद उन्हें वो मौका मिला, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी और आगे चलकर वो एक बड़े अभिनेता बने. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1988 में फिल्म 'सलाम बॉम्बे' से की थी. इसके बाद वो कई फिल्मों नजर आए.
इसी दौरान इरफान खान ने महसूस किया कि एसी और पंखा ठीक करने से उनका सपना पूरा नहीं हो सकता था. उन्होंने सोचा कि अब उन्हें अपने अभिनय के सपने को साकार करना चाहिए. इसके लिए उन्होंने नाटक की दुनिया में कदम रखा और एक ड्रामा स्कूल जॉइन किया. लेकिन इस दौरान उनकी जिंदगी में दुखों का सामना भी करना पड़ा. उनके पिता का निधन हुआ और उनके लिए आगे बढ़ना और भी मुश्किल हो गया. उनके परिवार में उनके अभिनय से उनके पिता को कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन उनकी मां को यह पेशा ठीक नहीं लगता था.
वो अक्सर इरफान से कहती थीं कि वो ये काम छोड़कर कुछ और करें. फिर भी इरफान ने अपनी मेहनत से ये साबित किया कि वो अभिनय में अपनी पहचान बना सकते हैं. इरफान खान ने अपने 37 साल के करियर में 50 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, जिनमें से ज्यादातर फिल्में हिट रहीं, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की और इरफान को खूब पहचान दिलाई. इसी बीच वो कैंसर जैसी बीमारी का शिकार हो गए और 2020 में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. लेकिन उनकी फिल्मों और अभिनय से उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा.
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