Grímsey Island: एक द्वीप ऐसा है जहां पर स्थायी तौर पर केवल 20 लोग ही रहते हैं. इसका नाम है ग्रिम्सी द्वीप. ग्रिम्सी द्वीप केवल 6.5 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और आइसलैंड के उत्तरी तट से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित है. ये एकमात्र ऐसा हिस्सा है जो आर्कटिक सर्कल के भीतर आता है.
ग्रिम्सी में कोई भी अस्पताल, डॉक्टर या पुलिस स्टेशन नहीं है. हर तीसरे हफ्ते में प्लेन से डॉक्टर आता है और यहां के लोगों को चैक करता है. जहां तक बात है सुरक्षा की तो आपात स्थिति के लिए तटरक्षक बल और आपातकालीन सेवाओं ने द्वीपवासियों को प्रशिक्षित किया है. ऐसे में इन लोगों को आपात स्थिति में खुद ही निपटना होता है.
इस द्वीप पर एक रेस्तरां है, जिसमें एक बार, स्विमिंग पूल, लाइब्रेरी, चर्च और एक हवाई पट्टी भी है. इसके अलावा एक किराना की दुकाना है, जो रोजाना एक घंटे के लिए खुलती है. ग्रिम्सी द्वीप इतना दूर है कि यह राष्ट्रीय पावर ग्रिड से जुड़ा नहीं है. इसके चलते यह पूरा द्वीप एक डीजल जनरेटर पर चलता है.
मौसम और समुद्री पक्षियों के मामले में यह द्वीप शानदार है. कह सकते हैं कि इस मामले में इसकी समृद्धता देखने लायक है. यहां हर मौसम का असर बहुत अलग होता है. जैसे सर्दियों में अंधेरे के साथ नॉर्दर्न लाइट्स, तारे और तूफान आते हैं. तो वहीं वसंत के मौसम में रोशनी और पक्षी आते हैं.
वर्ड वॉचिंग के शौकीन लोगों के लिए तो यह द्वीप किसी बड़े खजाने की तरह है. यहां पर लाखों की तादाद में समुद्री पक्षी हैं. एक सर्वे के अनुसार यहां प्रति व्यक्ति पर 50 हजार पक्षियों की आबादी है. यानी कि इस मामले में यहां के लोग बेहद अमीर हैं.
हालांकि कुछ समुद्री पक्षी तो थोड़े खतरनाक भी हैं. आर्कटिक टर्न्स नाम के पक्षी इस बात के लिए कुख्यात हैं कि अगर आप उनके घोंसले के नजदीक भी चले जाएं तो वे आप पर हमला कर देंगे.
इसके अलावा यहां मस्तमौला घूमने वाले आइसलैंडिक घोड़े और भेड़ें भी नजर आ जाएंगे. यहां टूरिस्ट भी आते हैं. प्राकृतिक नजारों और समुदी पक्षियों को देखने के शौकीन लोग सबसे ज्यादा आते हैं.
पृथ्वी के 23.5 डिग्री पर झुके होने के कारण आर्कटिक सर्कल हर साल थोड़ा-थोड़ा बदलता है. इस परिवर्तन को दर्शाने के लिए यहां एक गोला लगा है जो हर साल करीब 14 मीटर खिसकता है, लेकिन कभी-कभी यह 130 मीटर तक भी खिसक जाता है.
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