Woman Spy Story: देश में इस समय कई पाकिस्तानी जासूस निकल कर सामने आ रहे हैं. इसी बीच हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी खूबसूरत जासूस के बारे में जो अपने हुस्न के जाल में फंसाकर लोगों से जानकारी निकलवाती थी.
Woman Spy Story: भारत पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद भारत ने भारत में रह रहे पाकिस्तानियों को उनके देश वापस भेजा था. इसके अलावा भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए काम करने वाले जासूसों पर शिकंजा कसा जा रहा है, ज्योति मल्होत्रा का नाम आने के बाद कई और जासूस देश के अन्य हिस्से से पकड़े गए हैं. इसी बीच हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी खूबसूरत जासूस के बारे में जिसने अपनी अदाओं से लोगों के दिलों-दिमाग पर राज किया. जासूसी के आरोप में उसे गोलियों से भून दिया गया था. आइए जानते हैं उसके बारे में.
दुनिया सबसे खूबसूरत, ग्लैमरस जासूसों की जब गणना होती है तो माता हारी का नाम सबसे आगे आता है. इनका जन्म 7 अगस्त 1876 को नीदरलैंड में हुआ था. इनका असली नाम मार्गेटा ट्सेला था. ये दुनिया भर में एक डांसर के तौर पर मशहूर थी, हालांकि उसका असली काम जासूसी करना था. हालांकि वो जर्मन या फ्रांस कहां की जासूसी थी ये पता लगा पाने में लोग नाकाम रहे थे.
मार्गेटा ट्सेला का जीवन उतार- चढ़ाव से भरा हुआ था. इनका जन्म एक दुकानदार के घर में हुआ था. इनका बचपन अच्छा गुजरा लेकिन युवा वस्था से ही इन्होंने कठिनाईयों का सामना किया. इन माता- पिता का तलाक हो गया था. साल 1891 में अपनी मां की मौत के बाद ये रिश्तेदारों के साथ रहने लगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 1895 में इनकी शादी कैप्टन रुडोल्फ मैकलियोग के साथ हुई. जो डच आर्मी में एक ऑफिसर थे. हालांकि इनका रिश्ता लंबा नहीं चला और बाद में दोनों अलग हो गए थे.
इन्होंने अपने करियर की शुरूआत पेट भरने के लिए की थी. सबसे पहले सर्कस में परफॉर्मर के तौर पर काम किया और बाद में वो अपने डांस शोज़ करने लगी. अपने डांस और बोल्डनेस की वजह से ये लगातार मशहूर होती चली गई और इनका शो जहां पर होता था लोगों की भारी भीड़ लगती थी.
ये काफी ज्यादा सुंदर थी. ऐसे में उनका रहन- सहन लोगों के बीच होने लगा और इसी दौरान इन्होंने अपना नाम माता हारी कर लिया. लगातार मिल रही लोकप्रियता के बीच इन्होंने जासूसी का काम भी शुरू कर दिया. इन पर आरोप लगता था कि ये अपने जाल में संयुक्त मोर्चे के सिपाहियों से खुफिया जानकारी हासिल की और जर्मनी को दी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 1915 में नीदरलैंड में रहने के दौरान एक जर्मन दूत ने उन्हें अगली फ्रांस ट्रिप के दौरान कुछ जानकारी इकट्ठा करने के बदले पैसे देने की पेशकश की थी. इन्हें फ्रांस में ही पकड़ा गया था.
इनकी गतिविधियों को देखते हुए फ्रांस को माता हारी पर दोहरेपन का शक होने लगा. इसको लेकर 13 फरवरी 1917 में उसे गिरफ्तार किया गया और पेरिस के जेल भेज दिया गया. अधिकारियों ने 50 हजार फ्रांसीसी सैनिकों की मौत के लिए जर्मनी की ओर से की गई उसकी जासूसी गतिविधियों को जिम्मेदार ठहराया गया. हालांकि इन्हें लेकर तरह- तरह के मत प्रचिलित हैं. कुछ लोगों का मानना है कि माता हारी जासूस थी तो कुछ कहते हैं कि उसे बलि का बकरा बनाया गया था. इन्हें फ्रेंच फायरिंग स्क्वॉड ने गोलियों से भूनकर मार डाला गया था.
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