Mysterious headless tailless alligator: दुनिया इतने अजूबों और कुदरत के करिश्मों से भरी है कि आपने कभी सोचा भी नहीं होगा. इस कड़ी में अब आपको जिस बारे में बताने जा रहे हैं उसके बारे में जानकर आपका भी सिर भन्ना जाएगा. सोशल मीडिया के इस युग में कंटेट मिनटों में वायरल हो जाता है. ऐसा ही एक कुदरत का करिश्मा देखने को मिला एक मशहूर कनाल यानी नहर में जहां एक सिरकटा और बिना पूंछ का मगरमच्छ नजर आया तो उसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
फ्लोरिडा के केप कोरल में एक अजीबोगरीब और खौफनाक खोज अचानक सामने आई तो लोग दंग रह गए. दांतो तले उंगली दबा लेने वाले इस मामले में जब एक शख्स ने अपनी नाव के बगल में एक सिर और पूंछ रहित मगरमच्छ तैरता दिखा. अचानक अपने आप हुई इस खोज ने एक पूरी की पूरी वाइल्डलाइफ कम्युनिटी को इसका रहस्य सुलझाने का तनाव दे दिया है. इस अनोखी खोज से वन्यजीव अधिकारियों और पर्यावरण प्रेमियों में हड़कंप मच गया है.
जितने मुंह उतनी बातें अब कुछ लोगों का कहना है कि इस प्रजाति के कुछ और मगरमच्छ भी होंगे जिन्हें अवैध शिकारियों ने मार डाला होगा. मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने कहा कि मगरमच्छ मर चुका था. उसकी मौत का कारण जानने के लिए अब जांच चल रही है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है इस मगरमच्छ से जुड़ा रहस्य गहराता जा रहा है. हालांकि इस मामले ने राज्य की मगरमच्छों की घटती संख्या और उनकी सुरक्षा में सतर्कता बढ़ाने की जरूरत को उजागर किया है.
बिना मौसम और संदिग्ध परिस्थितियों में सिर कटे मगरमच्छ के पाए जाने से यह चिंता बढ़ गई है कि जानवर का अवैध शिकार किया जा सकता है. ये शिकार कानूनों का ऐसा उल्लंघन है जिसे फॉलो न करने पर सख्त सजा का प्रावधान है. फ्लोरिडा में किसी भी जानवर के अवैध शिकार पर प्रतिबंध है. ऐसे में जब शहर की मशहूर केप कोरल नहर में बिना सिर वाला मगरमच्छ तैरता हुआ पाया गया को हड़कंप मच गया. केप कोरल निवासी ग्लोरिया बेनेन कुछ दिन पहले एक दोस्त के साथ अपनी पोंटून नाव पर बाहर घूमने निकलीं, अचानक उन्हें तीखी मरी मछली जैसी गंध महसूस हुई. मृत जानवर के शव से आ रही बदबू से हैरान बेनेन को जल्द ही पता चल गया कि माजरा क्या था.
दरअसल ये एक डेड एविगेटर यानी मरा हुआ मगरमच्छ था, जो उनकी नाव के पास पानी में पेट के बल औंधा पड़ा था. मगरमच्छ का सिर और पूंछ दोनों ही विचित्र रूप से गायब थे. बेनेन को इस खोज पर आश्चर्य हुआ क्योंकि यह क्षेत्र आमतौर पर ऐसी भयानक खोजों के लिए नहीं जाना जाता था. बेनन ने कहा, 'मैं हैरान थी. ऐसा मैंने पहले कभी नहीं देखा था. हमने कई बार स्टिंगरे और डॉल्फ़िन देखे थे लेकिन ऐसा मगरमच्छ कभी नहीं देखा. यह मामला यानी कथित दुर्लभ खोज इस इलाके के निवासियों के लिए तत्काल चिंता का कारण थी, जो स्थानीय वन्यजीवों को कभी-कभार देखने के आदी थे, लेकिन उन्होंने कभी भी ऐसी स्थिति में मगरमच्छ को नहीं देखा था. फ्लोरिडा वन्यजीव अधिकारियों ने मगरमच्छ मिलने के बाद कई सवालों के जवाब की तलाश शुरू की.
बेनेन ने फ्लोरिडा के मछली और वन्यजीव संरक्षण आयोग (FWC) की टीम को बताया. FWC ने जांच शुरू की. जब तक वो घटनास्थल पर पहुंचे मगरमच्छ के कुछ अवशेष नहर में बह गए थे. जिन्हें ढूंढना मुश्किल था. जांच के लिए FWC टीम डॉग स्क्वायड ले गई थी जो वन्यजीव के शव के टुकड़े यानी अवशेश खोजने में सक्षम थे. मगरमच्छ के शरीर पर मक्खियां मंडरा रही थीं. उसकी हड्डियां दिख रही थीं. जांच टीम के लिए ये सब देखना दुखद था, क्योंकि शुरुआती सबूतों से तो ऐसा लग रहा था कि उस मगरमच्छ की मौत के बाद उसके शरीर को क्षत-विक्षत किया गया था. फौरन FWC की टीम ने मृत मगरमच्छ को वहां से हटाया ताकि उसके अवशेष से इलाके के अन्य वन्यजीवों के लिए खतरा पैदा न हो सके. अभी भी कई सवाल ऐसे हैं जिनका जवाब दिया जाना बाकी है कि मगरमच्छ की मौत कैसे हुई. न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक फ्लोरिडा राज्य मगरमच्छ के शिकार को बहुत सख्ती से प्रतिबंधित और नियंत्रित करता है. 15 अगस्त और 1 नवंबर के बीच सरकारी अधिकारियों द्वारा स्वीकृत शिकार का मौसम होता है. केवल लाइसेंस प्राप्त और लाइसेंस प्राप्त मगरमच्छ शिकारियों को ही मगरमच्छों का शिकार करने की अनुमति होती है. ये परमिट दुर्लभ है और विशेष परिष्थितियों में ही मिलता है इसलिए इस शिकार के लाइसेंस की मांग भी बहुत ज्यादा है. हर साल 15,000 से अधिक लोग परमिट के लिए आवेदन करते हैं. इस तरह इसके शिकार को विनियमित किया जाता है. शिकार के मौसम के दौरान शिकार किए गए किसी भी मगरमच्छ की सूचना शिकार के सीजन के अंत में अधिकारियों को देनी होती है.
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