Nagpur Violence: नागपुर में एक अफवाह से भड़की हिंसा ने विकराल रूप ले लिया. आधी रात को शहर में दंगे मचे. वहीं कुछ इलाकों में गुस्साई भीड़ ने खूब तोड़फोड़ मचाई. इस दौरान लोगों के घर, क्लिनिक और वाहनों को निशाना बनाया गया.
पुलिस के अनुसार, पुराने भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में रात साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे के बीच एक और झड़प हुई. अनियंत्रित भीड़ ने कई वाहनों को जला दिया. साथ ही इलाके में घरों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ मचाई. बताया जा रहा है कि जिन गाड़ियों में भगवान की मूर्तियां लगी हुई थीं उन्हें खासतौर पर निशाना बनाया गया था.
पुलिस ने दंगे को लेकर अबतक करीब 50 लोगो को हिरासत में लिया है. इन दंगों में अबतक लगभग 25 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं. नागपुर के महल इलाके में पथराव और आगजनी की घटनाओं के बाद नागपुर के जोन 3, 4 और 5 में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसमें जोन 3 में कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांति नगर शामिल हैं. जोन 4 में सक्करदरा, नंदनवन और इमामवाड़ा और जोन 5 में यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस स्टेशन की सीमाएं शामिल हैं. यह कर्फ्यू 18 मार्च 2025 की मध्य रात्रि से अगले आदेश तक लागू रहेगा.
रामनवमी शोभायात्रा के लिए काम कर रहे एक अन्य निवासी चंद्रकांत कावडे ने बताया कि भीड़ ने उनके सभी सजावटी सामान जला दिए और घरों पर पत्थर फेंके. कुछ निवासी अपने गलियारे में बाहर आ गए और वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस की एक टुकड़ी को गलियों में मार्च करते देखा गया.
हंसपुरी इलाके के एक निवासी ने बताया कि भीड़ ने रात करीब साढ़े 10 बजे उनके घर पर हमला बोला और घर के बाहर खड़ी उनकी गाड़ियों को जला दिया. उन्होंने कहा,' हमने दमकल के आने से पहले अपने घर की पहली मंजिल से पानी डालकर आग बुझाई.'
दंगे को लेकर एक अन्य निवासी वंश कवले ने बताया कि भीड़ ने अपने चेहरे ढके हुए थे और सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया. उन्होंने उनके घरों में घुसने की भी कोशिश की.
क्लिनिक के सामने चाय की दुकान चलाने वाले एक अन्य निवासी ने बताया कि भीड़ ने क्लिनिक में घुसकर सभी मेज तोड़ दीं और दवाइयां फेंक दीं.उन्होंने बताया कि उनकी दुकान में भी तोड़फोड़ की गई. अधिकारियों ने कहा कि हंसपुरी इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई है.
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