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Hindi NewsPhotosभारत की वो 7 रहस्‍यमयी जगहें जहां विज्ञान हो जाता है फेल, आस्‍था हो जाती है हावी
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भारत की वो 7 रहस्‍यमयी जगहें जहां विज्ञान हो जाता है फेल, आस्‍था हो जाती है हावी

Mysterious Places In India: भारत में ऐसे कई रहस्यमयी स्थल हैं जो विज्ञान और तर्क दोनों को चुनौती देते हैं. कभी हवा में लटकता स्तंभ, कभी बिना दरवाजों वाला गांव. जानिए भारत के 7 ऐसे रहस्यमयी स्थानों के बारे में, जिनके जवाब आज तक कोई नहीं खोज सका.

 

बुलेट बाबा मंदिर में बाइक की पूजा क्यों होती है?

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बुलेट बाबा मंदिर में बाइक की पूजा क्यों होती है?

राजस्थान के बंदाई गांव में लोग एक मोटरसाइकिल की पूजा करते हैं. कहा जाता है कि ओम सिंह राठौर की दुर्घटना के बाद पुलिस ने बाइक ज़ब्त की, लेकिन वह बार-बार अपने आप दुर्घटनास्थल पर लौट आती थी. आखिर में लोगों ने वहीं बुलेट बाबा मंदिर बना दिया. आज हर राहगीर वहाँ रुककर आशीर्वाद लेता है.

लद्दाख की सड़क पर गाड़ियां चढ़ाई पर कैसे चलती हैं?

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लद्दाख की सड़क पर गाड़ियां चढ़ाई पर कैसे चलती हैं?

लेह-कारगिल हाईवे पर स्थित मैग्नेटिक हिल पर छोड़ी गई गाड़ी खुद-ब-खुद ऊपर चढ़ती दिखती है. वैज्ञानिक इसे दृष्टि भ्रम बताते हैं, जबकि स्थानीय लोग इसे ‘स्वर्ग की राह’ कहते हैं, जहां केवल पवित्र आत्माएं ही खिंचकर जाती हैं. विज्ञान और आस्था के बीच यह सड़क आज भी लोगों को उलझा देती है.

पत्थर का स्तंभ जमीन को छूता ही नहीं

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पत्थर का स्तंभ जमीन को छूता ही नहीं

आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी शहर में स्थित शिव मंदिर अपने झूलते हुए स्तंभ के लिए प्रसिद्ध है. 16वीं सदी में बने इस मंदिर का एक पत्थर का स्तंभ जमीन को छूता ही नहीं. स्थानीय मान्यता है कि अगर उसके नीचे कपड़ा सरकाया जाए तो शुभ होता है. इंजीनियर और वैज्ञानिक इस रहस्य को समझ नहीं पाए. किसी के लिए यह प्राचीन इंजीनियरिंग का कमाल है, तो किसी के लिए दिव्य शक्ति का प्रमाण.

तालकाड़ के मंदिर रेत में क्यों दफन हैं?

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तालकाड़ के मंदिर रेत में क्यों दफन हैं?

कावेरी नदी किनारे बसा कर्नाटक का तालकाड़ कभी 30 मंदिरों वाला समृद्ध नगर था, लेकिन आज यह रेत में दबा हुआ मरुस्थल बन चुका है. लोककथा के अनुसार एक विधवा के श्राप ने इस उपजाऊ जगह को रेगिस्तान बना दिया. वैज्ञानिक कारण खोजते रहे, पर रहस्य जस का तस है- मंदिर कभी-कभी रेत से उभरते हैं और फिर गायब हो जाते हैं.

रूपकुंड झील में छिपे हैं किसके कंकाल?

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रूपकुंड झील में छिपे हैं किसके कंकाल?

उत्तराखंड की रूपकुंड झील बर्फ़ीले पानी में सैकड़ों मानव कंकालों को छिपाए हुए है. 9वीं सदी के इन अवशेषों को कभी सैनिकों का बताया गया, पर DNA जांच में पता चला कि ये तीर्थयात्री थे जिन्हें अचानक आई ओलावृष्टि ने मार दिया. फिर भी इतने शरीर एक साथ कैसे पहुँचे, यह रहस्य बना हुआ है.

क्यों नहीं हैं दरवाजे शनि शिंगणापुर के किसी भी घर में?

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क्यों नहीं हैं दरवाजे शनि शिंगणापुर के किसी भी घर में?

महाराष्ट्र का शनि शिंगणापुर गांव बिना दरवाजों वाला है. यहां घर, दुकान, बैंक- सब खुले रहते हैं. लोगों का विश्वास है कि भगवान शनि खुद उनकी रक्षा करते हैं. यहां अपराध लगभग न के बराबर हैं. वैज्ञानिक इसे मनोवैज्ञानिक प्रभाव कहते हैं, लेकिन गांव वालों के लिए यह शनि की कृपा का जीवंत उदाहरण है.

रेगिस्तान में किसने बनाए 12 किलोमीटर लंबे चित्र?

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रेगिस्तान में किसने बनाए 12 किलोमीटर लंबे चित्र?

राजस्थान के थार मरुस्थल के बोहा गांव में ज़मीन पर बने विशाल चित्रों को ‘बोहा ज्योग्लिफ्स’ कहा जाता है. 2014 में खोजे गए ये डिज़ाइन सर्पाकार और सर्पिल आकृतियों वाले हैं. कोई इन्हें खगोलीय संकेत मानता है, तो कोई प्राचीन धार्मिक प्रतीक. आज ये दुनिया के सबसे बड़े ज्ञात ज्योग्लिफ्स माने जाते हैं.

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